महाराष्ट्र से संसद के उच्च सदन में एनडीए की ताकत बढ़ी
मुंबई : राज्यसभा उपचुनाव में महाराष्ट्र की दो सीटों पर महायुति के दोनों उम्मीदवार, भाजपा के धैर्यशील पाटिल और एनसीपी के नितिन पाटिल निर्विरोध चुने गए हैं. सोमवार को दोनों नवनिर्वाचित राज्यसभा सांसदों को अपना प्रमाण पत्र सौंपा जाएगा.
बता दें राज्यसभा उपचुनाव चुनाव को लेकर काफी चर्चा हुई, लेकिन आखिरकार सत्ता पक्ष के दोनों उम्मीदवार बिना किसी विरोध के चुने गए. जानिए बड़ी वजह –
कैसे हुई निर्विरोध जीत
राज्यसभा उपचुनाव के लिए नामांकन के बाद, दरअसल सत्यापन प्रक्रिया के दौरान दो स्वतंत्र उम्मीदवारों के आवेदनों में अनुमोदकों के आवश्यक हस्ताक्षर नहीं थे. जिसके बाद स्वतंत्र उम्मीदवारों के आवेदन खारिज कर दिए गए. इसके अलावा विपक्षी महाअघाड़ी गठबंधन ने इस चुनाव में कोई उम्मीदवार नहीं खड़े किए थे. इससे नितिन पाटिल और धैर्यशील पाटिल निर्विरोध विजेता बन गए.
ज्ञातव्य है कि महायुति गठबंधन में शामिल भाजपा ने एक राज्यसभा सीट के लिए धैर्यशील पाटिल को उम्मीदवार बनाया था, जबकि दूसरी सीट के लिए एनसीपी ने नितिन पाटिल को उम्मीदवार बनाया था. दोनों पार्टियों ने अन्य उम्मीदवारों से किसी भी तरह की प्रतिस्पर्धा का सामना किए बिना अपनी-अपनी सीटें सफलतापूर्वक हासिल कर लीं.
अजित पवार ने पूरा किया वादा
एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने सतारा के वाई में एक लोकसभा चुनाव सभा के दौरान जो वादा किया था, उसे पूरा किया. फलस्वरूप नितिन पाटिल राज्यसभा सांसद बनने जा रहे हैं. अजित पवार ने आश्वासन दिया था कि अगर महायुति उम्मीदवार सतारा से जीतता है तो नितिन पाटिल को सांसद बनाया जाएगा.
कौन हैं नितिन पाटिल
नितिन पाटिल वाई-महाबलेश्वर से विधायक मकरंद पाटिल के रिश्तेदार हैं और सतारा सेंट्रल बैंक के चेयरमैन हैं. उनके पिता लक्ष्मणराव पाटिल भी सांसद रह चुके हैं. यह चुनाव उनके राजनीतिक करियर में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है.
कौन हैं भाजपा के धैर्यशील पाटिल
धैर्यशील पाटिल रायगढ़ जिले के रहने वाले हैं और पूर्व विधायक हैं. वे वर्तमान में भाजपा के रायगढ़ जिले के जिला अध्यक्ष हैं. हालांकि उन्होंने पहले रायगढ़ और रत्नागिरी लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी की थी, लेकिन तब उन्हें टिकट नहीं मिला. अब वे राज्यसभा में महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व करेंगे.