शनिवार की रातभर 78 से 119 मिमी बरसा पानी, तितूर नदी में अचानक भारी बाढ़ ,भारी नुकसान
जलगांव (महाराष्ट्र) : शनिवार को रातभर हुई बारिश से जलगांव तहसील में पेड़ उखड़ गए. शहर समेत पूरे जलगांव तहसील में भारी बारिश से पूरा तहसील जलमग्न हो गया. जलगांव तहसील में एक ही रात में 81 मिमी बारिश हुई है. तहसील के नशीराबाद, भोकर, पिंपराला इलाकों में बादल फटने जैसी बारिश हुई है. तहसील के चार राजस्व मंडलों में भारी बारिश से नुकसान की सूचना मिली है.
जानकारी के अनुसार जलगांव तहसील के नशीराबाद राजस्व मंडल में 117 मिमी और असोदा राजस्व मंडल में 99 मिमी बारिश हुई. शहर में एक ही रात में 78 मिमी बारिश हुई. जलगांव तहसील में भारी बारिश से कृषि फसलों को नुकसान हुआ है. तहसील के आव्हाणे, लानलदा, भोकर, नशीराबाद, आसोदा, ममुराबाद, भादली, विदगांव थिथकानी में बारिश के कारण खेतों में पानी भर गया.
फसलों को हुआ नुकसान
भारी बारिश के कारण खरीफ की फसलें पानी में डूब गई. मौसम विभाग का अनुमान है कि जिले में बारिश में बढ़ोतरी होगी. बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने से एक सप्ताह के अंदर पूरे जिले में भारी बारिश का अनुमान है. जिले की चालीसगांव तहसील के बीच से गुजरने वाली तितूर नदी में अचानक भारी बाढ़ से चालीसगांव शहर का आधा हिस्सा पानी की चपेट में आ गया है.
सुबह तड़के अचानक नदी में बाढ़ आने से चालीसगांव में बड़ा हादसा हो गया है. यह दुर्घटना तब हुई जब ज्यादातर लोग सो रहे थे. अचानक आई बाढ़ से किसी को भी संभलने का मौका नहीं मिला. जिसकी वजह से कुछ लोगों के बहने की आशंका जताई जा रही है. जिला प्रशासन ने एनडीआरएफ को मदद के लिए बुलाया है.
मवेशियों के बहने की आशंका
इस बाढ़ में मुंडखेड़ा शिवरा इलाके से 200 मवेशियों के बह जाने की भी खबर है. चालीसगांव तहसील में फिलहाल आफत की बारिश जारी है. जिसकी वजह से गिरना बांध के नीचे बहने वाली गिरना नदी, सहायक नदियां और नालों में पानी भर गया है. इसके अलावा छोटे-बड़े बांधों, झीलों से पानी छोड़ा जा रहा है. जिससे हालात और भी बिगड़ने की आशंका जताई जा रही है.
शहर की सड़कों पर पानी ही पानी
शहर के पिंपराला क्षेत्र में सावखेड़ा से सोनी नगर की ओर जाने वाली सड़क पर चैतन्य किराना दुकान के सामने सड़क पर गंदा पानी जमा होने से तालाब जैसी स्थिति बन गई. जब भी बारिश होती है तो सावखेड़ा, सोनी नगर, बाबूराव नगर, श्रीराम नगर, ओंकार पार्क, गणपति नगर के लोगों को यह समस्या झेलनी पड़ती है. क्षेत्र के नागरिकों की मांग है कि अधूरे पड़े कार्यों को शीघ्र पूरा किया जाए. सुबह-सुबह भी हुई भारी बारिश से शहर की सड़कों पर भी पानी भर गया.