साहित्य

संतों के साहित्य और उनकी वाणी शाश्वत एवं सनातन हैं : प्रो. शुक्ल

भारतीय विचार मंच एवं अक्षरवार्ता का संत साहित्य पर राष्ट्रीय वेबिनार नागपुर : संतों के साहित्य एवं उनकी वाणी शाश्वत एवं सनातन हैं, इसे सिर्फ किसी विशेष कालखंड से जोड़कर नहीं देखा जा सकता. उक्त प्रतिपादन महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल ने किया. वे भारतीय विचार मंच, नागपुर […]

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