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हिंदी के विकास में VNIT भी निभा रही है अहम भूमिका

राजभाषा  के उत्थान में विश्वेश्वरैया राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान का सराहनीय योगदान *सत्येंद्र प्रसाद सिंह- राजभाषा हिंदी : गंगा गंगोत्री से निकल कर कलकल निनाद करती लाखों करोड़ों लोगों के जीवन को सिंचित और संवर्धित करती है. समान स्थिति भाषा के क्षेत्र में हिंदी की भी है. हिंदी भाषा अपनी मिठास, लालित्य और मानवीय संवेदनाओं और […]

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