3,000 किलो खिचड़ी एक साथ पकाने का सफल महा आयोजन

राष्ट्रीय खाद्यान्न घोषित करवाने और वर्ल्ड रेकॉर्ड में रेसिपी दर्ज कराने के लिए शेफ विष्णु मनोहर ने कर दिखाया नागपुर : भारतीय खाद्य संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने एवं भारतीयों का लोकप्रिय खाद्य 'खिचड़ी' को भी "राष्ट्रीय खाद्यान्न" घोषित करवाने के उद्देश्य से रविवार, 14 अक्टूबर को यहां नागपुर में एक साथ 3,000 किलोग्राम खिचड़ी पकाने का विक्रमी उद्यम किया गया. शेफ विष्णु मनोहर ने कर दिखाया यह विक्रम स्थानीय महल क्षेत्र के चिटणीस पार्क स्टेडियम में प्रसिद्ध शेफ विष्णु मनोहर ने यह विक्रम कर दिखाया. इसके साथ ही देश में 80 प्रतिशत से अधिक लोगों की पसंद का खाद्य पदार्थ खिचड़ी की रेसिपी को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड, लिमका बुक ऑफ रेकॉर्ड, एशिया बुक ऑफ रेकॉर्ड, इंडिया बुक ऑफ रेकॉर्ड में दर्ज होने का मार्ग प्रशस्त हो गया. 5 परीक्षकों के समक्ष तैयार की गई खिचड़ी विश्व खाद्य दिवस के निमित्त खिचड़ी को 'राष्ट्र्रीय खाद्यान्न' घोषित करने के उद्देश्य से एक साथ 3000 किलोग्राम खिचड़ी पकाने के लिए कोल्हापुर में विशाल कड़ाही तैयार करवाई गई थी. 53 घंटे नॉनस्टॉप कुकिंग के विश्वविक्रमी शेफ विष्णु मनोहर ने रविवार को सुबह 5.30 बजे से ही खिचड़ी की तैयारी शुरू कर दी थी. 5 परीक्षकों के समक्ष खिचड़ी बनाने की प्रक्रिया शुरू हुई. 575 किलो दाल, 576 किलो दाल, 100 किलो शुद्ध घी, 108 किलो मसाले और 250 किलो विभिन्न सब्जियों को मिला कर पूरे 10 घंटे में 3,000 किलो खिचड़ी तैयार की गई. केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने लिया पहला स्वाद खिचड़ी का पहला स्वाद केंद्रीय भूतल परिवहन, जहाजरानी और जलसंपदा मंत्री नितिन गड़करी ने लिया. इस अवसर पर राज्य के ऊर्जा मंत्री और नागपुर जिले के पालक मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले भी उनके साथ थे. साथ ही मैत्री परिवार के अध्यक्ष प्रा. संजय भेंडे, प्रा. विजय शाहाकार, प्रमोद पेंडके, निरंजन वासेकर, विजय जथे, मिलिंद देशकर, राजीव जायसवाल सहित अनेक लोगों ने आयोजन में सहयोगार्थ उपस्थित थे. बाद में खिचड़ी वहां उपस्थित अनाथालयों के बच्चों, अंध विद्यालय के विद्यार्थियों और उपस्थित सैकड़ों महिला-पुरुषों ने विष्णु मनोहर की खिचड़ी का स्वाद लिया.

महिपाल की पत्नी ने किया खुलासा, कहा- जज की पत्नी को देता था गाली,...

गिरफ्तार आरोपी नहीं कर रहा जांच में सहयोग, पुलिस कर रही उसके गुरु की तलाश नई दिल्ली : गुरुग्राम के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश कृष्णकांत की पत्नी और बेटे को गोली मारने वाले उनके अंगरक्षक हरियाणा पुलिस के हेड कांस्टेबल महिपाल को गिरफ्तार कर लिया गया है. हालांकि पूछताछ में आरोपी महिपाल पुलिस के साथ सहयोग नहीं कर रहा, इस बीच पुलिस की छानबीन में पता चाला है कि हेड कांस्टेबल महिपाल हर समय ईसाई धर्म का गुणगान करता था. जज की पत्नी रितु उर्फ रेणु व बेटा ध्रुव उसे ऐसा करने से रोकते थे तो वह कोठी से बाहर निकल कर उनको गालियां देता था. जज के बेटे ध्रुव को वह शैतान कहकर संबोधित करता था. आरोपी महिपाल की पत्नी ने दी जानकारियां गुरुग्राम में शनिवार को हुए इस हत्याकांड के बाद डीजीपी बीएस सिंधु के आदेश पर महेंद्रगढ़ जिले में सीआइडी की टीम ने आरोपी हेड कांस्टेबल महिपाल के पैतृक गांव भुंगारका, गांव कोसली स्थित मामा के घर व रेवाड़ी जिला स्थित गांव रोजका समेत कई स्थानों पर जाकर एक दर्जन लोगों से पूछताछ की तो यह राज खुला. महिपाल की पत्नी मीनू इसी बात से खफा थी. मीनू के अनुसार वह उसके समक्ष मेमसाब व ध्रुव को गालियां देता था तो वह भी अपने घर आ गई. महिपाल गुरु इंद्रराज सिंह व गुरु मां की तलाश सूत्रों के अनुसार फिलहाल महिपाल के गुरु इंद्रराज सिंह व गुरु मां की तलाश की जा रही है. इससे पूर्व 21 अगस्त, 2018 को नारनौल (हरियाणा) के निजामपुर रोड स्थित सांवरिया होटल में एक अन्य मामले में छापा मारकर पुलिस ने सीआरपीएफ के जवान समेत आठ लोगों को हिरासत में लिया था. इन आठ लोगों में महिपाल की महिला गुरु भी शामिल थी. लेकिन सूत्रों ने बताया कि उस समय महिपाल के ही हस्तक्षेप पर पुलिस ने मामूली पूछताछ करके इन आरोपियों को छोड़ दिया था. युवाओं को गुमराह करता था महिपाल महिपाल सोशल मीडिया पर अपडेट रहते हुए महेंद्रगढ़ में आकर युवाओं को गुमराह करता रहा. अभी तक वह दो दर्जन युवाओं का धर्म परिवर्तन करा चुका है. उनमें कई ऐसे हैं जो सीआरपीएफ में हैं, तो कुछ प्राइवेट नौकरी कर रहे हैं. सीआइडी की टीम इस पूरे मामले को खंगालने में लगी है. फायरिंग करते हुए कह रहा था- मां-बेटे शैतान हैं ज्ञातव्य है कि अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश कृष्णकांत की पत्नी व बेटे ध्रुव को उनके सुरक्षाकर्मी महिपाल ने गोली मार दी. घटना को अंजाम सेक्टर-49 स्थित आर्केडिया शॉपिंग कांप्लेक्स के बाहर दिया गया. जैसे गही दोनों मॉल से बाहर निकले, सुरक्षाकर्मी ने पहले ध्रुव के सिर पर गोली मारी और फिर रेणु पर गोलियां बरसा दीं. आरोपित फायरिंग करते हुए कह रहा था कि मां-बेटे शैतान हैं. हालांकि, चर्चा यह भी है कि पहले महिपाल ने रेणु के ऊपर गोली चलाई थी. इसके बाद ध्रुव से हाथापाई हुई. उसी दौरान उसने ध्रुव के ऊपर ताबड़तोड़ फायरिंग की. वारदात के बाद आरोपित ने जज के बेटे को कार में डालने का प्रयास किया, असफल होने पर दोनों को वहीं छोड़कर मौके से फरार हो गया. जज के पत्नी रेणु की उपचार...

#MeToo अभियान : अकबर ने तोड़ी चुप्पी, कहा- आरोपों पर कानूनी कार्रवाई करेंगे

नई दिल्ली : #MeToo अभियान के तहत यौन शोषण के आरोपों के बीच चौतरफा दबाव झेल रहे विदेश राज्यमंत्री एम.जे. अकबर ने सफाई देते हुए कहा है कि साक्ष्य के बिना आरोप एक वायरल बुखार बन गया है, उनके ऊपर लगे सभी आरोप बेबुनियाद हैं. उन्होंने कहा कि अपने ऊपर लगे इन आरोपों पर कानूनी कार्रवाई करेंगे. उन्होंने कहा कि विदेश दौरे पर होने के कारण वह पहले जवाब नहीं दे सके. इसके साथ ही उन्होंने महिलाओं के #MeToo अभियान को भी राजनैतिक रूप दिया. एक समचार एजेंसी के मुताबिक उन्होंने कहा कि ये सभी आरोप चुनाव से पहले आरोप लगाना एजेंडा हो सकता है. इसके कारण मेरी छवि को काफी नुकशान पहुंचा है. उधर, कांग्रेस ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से केंद्रीय मंत्री एम.जे. अकबर के मामले पर चुप्पी तोड़ने को कहा. कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा, 'यह महिला की गरिमा और सुरक्षा का सवाल है. उम्मीद यही की जाती है कि कि मामले से संबद्ध मंत्री तत्काल स्पष्टीकरण देंगे." ज्ञातव्य है कि उनपर 10 महिला पत्रकारों ने यौन शोषण के आरोप लगाए हैं, जिसके बाद उनके इस्तीफे को लेकर दबाव बनाया जा रहा था.

ईपीएफ पेंशन मामले में केंद्रीय श्रम मंत्रालय व ईपीएफओ की बदनीयती की उड़ी धज्जियां

केरल उच्च न्यायालय का हाल का फैसला केंद्र के मोदी सरकार को यह सोचने पर विवश कर देने वाला है कि उसका श्रम मंत्रालय और उसके अधीन ईपीएफओ (कर्मचारी भविष्य निधि संगठन) किस कदर लाखों सेवानिवृत कर्मचारियों के प्रति बेईमानी भरा रवैया अपना रहा है. केरल के ही लोकप्रिय मलयालम अखबार 'मातृभूमि' में 13 अक्टूबर को प्रकाशित सम्पादकीय में केरल उच्च न्यायालय के फैसले पर बेबाक टिप्पणी की है. इस फैसले ने ईपीएफओ एवं इसको नियंत्रित करने वाले केंद्रीय श्रम मंत्रालय को एक बड़ा झटका दिया है, जो विभिन्न कारणों का हवाला देकर सेवानिवृत कर्मचारियों को वैध पीएफ पेंशन देने के मार्ग में रोड़े बने हुए थे. 'मातृभूमि' के सम्पादकीय का यह हिन्दी अनुवाद मध्य और उत्तर भारत के लोगों के लिए महत्वपूर्ण है. क्योंकि इन क्षेत्रों से प्रकाशित होने वाले अखबार और मीडिया कहलाने वाले हिंदी अथवा अंग्रेजी न्यूज चैनल लाखों सेवानिवृत कर्मचारियों के हितों से संबंधित अदालती फैसलों की जानकारी आने देने से रोकने का काम करते रहे हैं... केरल उच्च न्यायालय के फैसले ने ईपीएफओ एवं इसको नियंत्रित करने वाले केंद्रीय श्रम मंत्रालय को एक बड़ा झटका दिया है, जो विभिन्न कारणों का हवाला देते हुए कर्मचारियों को वैध पीएफ पेंशन देने से इनकार कर रहे थे. हालांकि 15,000 से अधिक अपीलकर्ताओं से जुड़े 507 याचिकाओं के निबटारे में काफी लंबा समय लगा, डिवीजन बेंच द्वारा घोषित निर्णय कर्मचारियों को बहुत आश्वस्त करता है. यह उनकी प्रतिष्ठा/सम्मान को दोहराता है. उच्च न्यायालय ने न केवल पीएफ अधिनियम में 1 सितंबर 2014 से प्रभावी रूप से संशोधित संशोधन को समाप्त कर दिया, बल्कि पीएफ संगठन द्वारा समय-समय पर जारी किए गए विभिन्न आदेशों और परिपत्रों को भी समाप्त कर दिया, ताकि पीएफ सदस्यों को लाभ मिल सके. इस मामले में कि पेंशन के लिए माना गया वेतन वास्तविक वेतन पर होना चाहिए, और इस पर कोई प्रतिबंध लगा देना अवैध है और विकल्प के लिए निर्धारित कट ऑफ डेट को माफ कर दिया जाना चाहिए. केरल उच्च न्यायालय ने पहले भी 2011 में अपना निर्णय सुनाया था. सिंगल बेंच ने कहा था कि कोई कट ऑफ डेट नहीं होनी चाहिए और वास्तविक वेतन पर योगदान स्वीकार किया जाना चाहिए और आनुपातिक पेंशन का भुगतान किया जाना चाहिए. इसे चुनौती देने के बाद, पीएफ अधिकारियों द्वारा दायर अपील को अक्टूबर 2014 में डिवीजन बेंच द्वारा खारिज कर दिया गया था. इस तरह की घटनाओं को देखते हुए, अधिकारियों ने कुछ समय पहले पीएफ पेंशन योजना में संशोधन किया था. केरल उच्च न्यायालय डिवीजन बेंच के फैसले के खिलाफ अपील पीएफ अधिकारियों द्वारा दायर की गई थी, जिसे अप्रैल 2016 में सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया था. इसके बाद हिमाचल उच्च न्यायालय डिवीजन बेंच से पीएफ संगठन के पक्ष में एक फैसले को सर्वोच्च न्यायालय ने एक ऐतिहासिक निर्णय में खारिज कर दिया था. 4 अक्टूबर 2016 के अपने फैसले में, पेंशन निधि में योगदान के लिए वेतन प्रतिबंध लगाकर और वेतन वृद्धि के अनुपात में योगदान स्वीकार करने के लिए कट ऑफ डेट तय करने को सर्वोच्च न्यायालय ने अवैध घोषित किया था. कर्मचारियों के कल्याण के लिए पेश...

जज की पत्नी से परेशान होकर मारी गोली

गिरफ्तार आरोपी गनमैन ने पूछताछ में बताया, धर्मपरिवर्तन करने का मामला नई दिल्ली : एनसीआर दिल्ली गुरुग्राम के एडिशनल शेशन जज कृष्णकांत की पत्नी और बेटे को गोली मारने वाले उनके अंगरक्षक गनमैन महिपाल ने पुलिस की पूछताछ में बताया है कि उसने जज की पत्नी से परेशान हो कर उसे गोली मारी है. वह उसे धर्मपरिवर्तन करने विरुद्ध ताने देती रहती थी. वारदात को अंजाम देने के तुरंत बाद आरोपी गनमैन महिपाल ने जज और अपनी मां को फोन किया और कि उसने मां-बेटे को गोली मार दी है. पुलिस ने सुरक्षा गार्ड महिपाल को गिरफ्तार कर जांच शुरू कर दी है. वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो आरोपी गनमैन ने लगभग 8 महीने पहले हिन्दू धर्म त्यागा था, जिसके बाद उसने क्रिश्चियन धर्म को स्वीकार किया. इस धर्म को स्वीकार करने के बाद धार्मिक बातों को लेकर जज की पत्नी रेणु के साथ आरोपी की अक्सर बहस होती रहती थी. वहीं, पुलिस पूछताछ में भी वह कह रहा था कि धर्म परिवर्तन को लेकर जज की पत्नी उसे परेशान करती रहती थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ एसपी गुरुग्राम व डीजीपी हरियाणा के आदेश पर महेंद्रगढ़ जिला पुलिस सीआईडी की टीम ने गुरुग्राम में अतिरिक्त जिला न्यायाधीश की पत्नी रेणु व उसके बेटे पर गोली चलाने वाले अंगरक्षक महिपाल से पूछताछ की तो यह बात सामने आई.

असम से आई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जान से मारने की धमकी

दिल्ली के पुलिस कमिश्नर को भेजा गया मेल, 2019 के तय दिन और महीने का भी किया जिक्र नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जान से मारने की धमकी दी गई है. चौंकाने वाली बात यह है कि यह धमकी सीधे दिल्ली पुलिस कमिश्नर को भेजी गई है. धमकी भरा संदेश दिल्ली पुलिस कमिश्नर की ई-मेल आईडी पर ये भेजा गया है. एक लाइन के इस मेल में 2019 का जिक्र किया गया है, साथ ही दिन और महीने के बारे में भी बताया गया है. पुलिस का कहना है कि यह मेल असम के किसी जिले से भेजा गया है. मेल मिलने के बाद ही पुलिस इसकी जांच में जुट गई है. इससे पहले भीमा-कोरेगांव हिंसा की जांच में भी प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ जानलेवा साजिश के खुलासे हुए थे. उसकी जांच में वामपंथी गुटों से जुड़े लोगों के बीच कुछ पत्र प्राप्त हुए थे, जिसमें पीएम मोदी के खिलाफ पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जैसी वारदात अंजाम देनी की साजिश का पता चला था. जिसके बाद कुछ नामचीन लोगों की गिरफ्तारियां भी हुई थीं.

हत्यारे ने जज साहब को फोन पर कहा- ‘मैंने आपकी पत्नी और बेटे को...

गनमैन की गोली से घायल पत्नी की मौत, बेटे की हालत अभी भी नाजुक नई दिल्ली : शनिवार की शाम गुरुग्राम में गनमैन की गोली से घायल हुई जज की पत्नी की मौत हो गई, जबकि बेटे की हालत अभी भी नाजुक बनी हई है. गोली लगने के बाद घायल मां-बेटे का इलाज मेदांता अस्पताल में चल रहा था, जहां शनिवार रात करीब 11.30 बजे जज की पत्नी की मौत हो गई. गुरुग्राम के मिलेनियम सिटी के सेक्टर-49 स्थित आर्केडिया मार्केट में शनिवार की शाम अतिरिक्त सत्र एवं न्यायधीश (एडीजे) के आरोपी गनमैन ने उनकी पत्नी और बेटे पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी. इसमें एडीजे की पत्नी को दो वहीं बेटे को तीन गोलियां जा लगी थी. गोली मारने के बाद आरोपी गनमैन गाड़ी को लेकर भाग निकला. इसके बाद घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने फायरिंग में घायल हुए जज की पत्नी और बेटे को लोगों ने ऑटो से निजी अस्पताल पहुंचाया. जहां से उन्हें मेदांता रेफर कर दिया गया है. आरोपी गनमैन गिरफ्तार गुड़गांव कोर्ट में एडीजे कृष्णकांत का आरोपी गनमैन महिपाल उनकी निजी कार से पत्नी रितु (37) और बेटा ध्रुव (17) मार्केट पहुंचा था. पत्नी और बेटा जैसे ही कार से उतर कर कुछ दूर गए वैसे ही गनमैन ने गोलियां दागते हुए दोनों पर फायरिंग कर दी. हाथ में रिवाल्वर होने के कारण मार्केट में मौजूद लोग पास जाने का साहस नहीं जुटा पाए और वीडियो बनाते रहे. सूचना सेक्टर-50 थाना पुलिस पहुंची. पुलिस ने गनमैन को हिरासत में लेने के लिए आसपास के एरिया में नाकेबंदी की. करीब डेढ़ घंटे के इंतजार के बाद आरोपी गनमैन को गुरुग्राम-फरीदाबाद के पुलिस ने गिरफ्तार किया. आरोपी गनमैन हरियाणा पुलिस में सिपाही के पद पर तैनात है. गोली मारने के बाद आरोपी गनमैन ने किया था जज को फोन डीसीपी सुमित कुमार ने बताया कि आरोपी गनमैन ने घटना के बाद एडीजे कृष्णकांत को मोबाइल पर सूचना दी और कहा कि "मैंने आपकी पत्नी और बेटे को गोली मार दी है, संभाल लेना." उस वक्त, जज हाईकोर्ट से जुड़ी केस रिव्यू की एक मीटिंग में थे. उनके साथ सेशन जज आर.के. सोंधी भी थे. वहां से डीसीपी ने गुरुग्राम पुलिस को सूचना दी. इसके बाद डीसीपी ईस्ट सुलोचना गजराज मौके पर पहुंची.

इलाहाबाद का नाम जल्द ही ‘प्रयागराज’ हो जाएगा

अखाड़ा परिषद, प्रबुद्ध वर्ग के प्रस्ताव का सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया समर्थन लखनऊ (उ.प्र.) : गंगा-यमुना की संगम नगरी इलाहाबाद का नाम बदले जाने की चर्चा पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि जल्द ही इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किए जाने का प्रयास चल रहा है. यहां सर्किट हाउस में मार्गदर्शक मंडल की पहली बैठक के बाद आयोजित संवाददाता सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा, "मार्गदर्शक मंडल की बैठक में हर तबके खासकर अखाड़ा परिषद, प्रबुद्ध वर्ग से एक प्रस्ताव आया है कि इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किया जाए." उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि राज्यपाल महोदय ने भी इस पर अपनी सहमति दी है. जब हम प्रयाग की बात करते हैं तो जहां दो नदियों का संगम होता है, वह अपने आप में एक प्रयाग हो जाता है. आपको उत्तराखंड में विष्णु प्रयाग, देव प्रयाग, रुद्र प्रयाग, देव प्रयाग, कर्ण प्रयाग देखने को मिलेंगे." मुख्यमंत्री ने कहा, "हिमालय से निकलने वाली दो देव तुल्य पवित्र नदियां- गंगा और यमुना का संगम इस पावन धरती पर होता है तो स्वभाविक तौर पर यह सभी प्रयागों का राजा है, इसलिए यह प्रयागराज कहलाता है. हमने उनकी इस बात का समर्थन किया है और हमारा प्रयास होगा कि बहुत जल्द हम इस नगर का नाम प्रयागराज करें." उल्लेखनीय है कि योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली उत्तर प्रदेश सरकार पहले ही प्रयागराज मेला प्राधिकरण का गठन कर चुकी है.

क्राइम ब्रांच ने पकड़ी 225 बोरी हानिकारक सड़ी सुपारी

अल्फर और अन्य केमिकल से उसे सफेद बनाने की जारी थी प्रक्रिया विपेन्द्र कुमार सिंह नागपुर : वर्धमान नगर के भगवान ट्रेडर्स नामक व्यापारी प्रतिष्ठान पर नागपुर पुलिस के क्राइम ब्रांच ने छापा मार कर 225 बोरी सड़ी सुपारी जब्त किया है. व्यापारी रवि अशोक निंदेकर द्वारा स्वास्थ्य के लिए घातक सड़ी सुपारी को रासायनिक प्रक्रिया कर साफ करने के तैयारी की जा रही थी. गुरुवार को ही मिली थी सूचना शहर के भांडेवाड़ी में रेलवे स्टेशन के निकट अन्तूजी नगर निवासी रवि निंदेकर का वर्धमान नगर के स्मॉल इंडस्ट्रीज एरिया में भगवान ट्रेडर्स प्रतिष्ठान है. उसमें लाखों रुपए की सड़ी सुपारी होने की जानकारी क्राइम ब्रांच के अतिरिक्त आयुक्त बी. जी. गायकर को गुरुवार को ही मिली थी. प्राप्त सूचना की पुष्टि कर शुक्रवार को उन्होंने क्राइम ब्रांच के अधिकारयों और कर्मियों का एक छापामार दस्ता वहां भेजा. उसने 225 बोरी सड़ी सुपारी जब्त कर ली. सड़ी सुपारी पर रासायनिक प्रक्रिया कर पूरे देश में बेचने का धंधा वहां छापामार दस्ते ने पाया कि सल्फर और अन्य रासायनिक पदार्थ मिला कर भट्ठी में सड़ी सुपारी को पका कर उसे सफेद बनाया जा रहा था. नागपुर में पिछले अनेक वर्षों से सड़ी सुपारी पर रासायनिक प्रक्रिया कर पूरे देश में अच्छी सुपारी के दाम पर बेचे जाने का धंधा जारी है. अन्न और औषधि प्रशासन ने पहले भी कई व्यापारियों पर छापा मार कर ऐसी सड़ी सुपारी पकड़ी है. कार्रवाई के लिए सौंप दी अन्न और औषधि प्रशासन को क्राइम ब्रांच ने सड़ी सुपारी और उस पर प्रक्रिया करने वाले रसायन जब्त कर अन्न और औषधि प्रशासन को सूचित किया और अधिकारयों के आने पर आगे की कार्रवाई के लिए उन्हें जब्त सामग्री सौंप दी. इस कार्रवाई में क्राइम ब्रांच के अतिरिक्त आयुक्त गायकर के मार्गदर्शन में पुलिस उपनिरीक्षक एन. व्ही. डोर्लीकर, सहायक पुलिस उपनिरीक्षक मधुकर शिर्के, हवालदार धर्मेंद्र सरोदे और विजय साल ने भाग लिया.

जज की पत्नी और बेटे को गुरुग्राम में पुलिसकर्मी ने मारी गोली

बेटे की हालत नाजुक, आरोपी सरकारी गनर गिरफ्तार, वजह का पता नहीं नई दिल्ली : दिल्ली एनसीआर के गुरुग्राम के सेक्टर 49 के पास जज की पत्नी और उसके बेटे को आज शनिवार दोपहर को जज के ही सरकारी गनर ने गोली मार दी है. दोनों को जख्मी हालत में अस्पताल में एडमिट करवाया गया है. फिलहाल पुलिस घटना स्थल पर जांच कर रही है. हमले की वजह का अभी कुछ पता नहीं चल पाया है. एडिशनल सेशन जज कृष्णकांत शर्मा के बेटे ध्रुव और पत्नी रेनू को उनके ही गनर ने दिन दहाड़े सेक्‍टर-49 की मार्केट के पास गोली मारी है. घटना के बाद सरकारी गनर सदर थाने पहुंचकर वहां गोली चला कर भाग निकला. हालांकि पुलिस ने आरोपी को पकड़ने की काफी कोशिश की लेकिन वह विफल रहने के बाद उसे पुलिस ने फिर जल्दी ही गिरफ्तार कर लिया. आरोपी का नाम महिपाल बताया जा रहा है. घटना स्थल पर फॉरेंसिक टीम जांच कर रही है. ताजा जानकारी के मुताबिक अस्‍पताल में भर्ती जज के बेटे की हालत नाजुक बताई जा रही है, जबकि महिला की हालत खतरे से बाहर है. डीसीपी सुलोचना गुर्जर ने बताया है कि अभी घटना की जांच चल रही है और जज की पत्नी और बेटे की हालत अभी गंभीर है.