शत्रुघ्न

कांग्रेसी ही पड़े शत्रुघ्न के पीछे, बताया ‘लालू का दलाल’

प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के समक्ष किया प्रदर्शन सीमा सिन्हा, पटना : अभिनेता से नेता बने शत्रुघ्न सिन्हा के लिए अपनी संसदीय सीट पटना साहिब भारी पड़ती नजर आने लगी है. अपनी नई पार्टी कांग्रेस में ही उनका विरोध मुखर होने लगा है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उन्हें राजद नेता लालू प्रसाद के "दलाल" बताते हुए सोमवार को पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र से शत्रुघ्न की उम्मीदवारी रद्द करने की मांग करते हुए पटना स्थित पार्टी मुख्यालय सदाकत आश्रम के बाहर धरना प्रदर्शन किया. नेताओं पर सीट 'बेचने' का आरोप बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी (बीपीसीसी) के प्रवक्ता एच.के. वर्मा ने हालांकि आशंका जताई कि उन कार्यकर्ताओं को "विपक्षी दलों" ने पार्टी मुख्यालय सदाकत आश्रम भेजा था. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि सिन्हा को राजद के इशारे पर कांग्रेस उम्मीदवार बनाया गया. उन्होंने अपने नेताओं का नाम लेते हुए यह आरोप भी लगाया कि बीपीसीसी अध्यक्ष मदन मोहन झा, पार्टी नेता शक्ति सिंह गोहिल और कांग्रेस के चुनाव अभियान समिति के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने इस सीट को "बेच" दिया है. इससे पहले, रविवार को भी सिन्हा को कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय में इस लिए घेर लिया गया था, जब एक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था "जब मैं किसी के साथ दोस्ती करता हूं तो मैं अपनी वफादारी नहीं बदलता". सिन्हा पटना साहिब लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद हैं और 2014 में भाजपा के टिकट पर ही लगातार दूसरी बार विजयी हुए थे. प्रधानमंत्री हो तो अखिलेश यादव या मायावती जैसा... स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं में इस बात से भी नाराजगी है कि पत्नी के समाजवादी पार्टी ज्वाइन करने के बाद शत्रुघ्न ने कहा था कि प्रधानमंत्री हो तो अखिलेश यादव या मायावती जैसा हो, जिनके अंदर काबिलियत और गुण हैं. उन्हें सिर्फ उत्तर प्रदेश के भविष्य नहीं बल्कि कभी-कभी तो देश के भविष्य के रूप में भी देखता हूं. प्रधानमंत्री कैंडिडेट के रूप में देखता हूं.
प्रज्ञा भारती

प्रज्ञा भारती के लिए अब संघ ने भी संभाली कमान

विशेष संवाददाता, भोपाल : मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल इन दिनों देश का बड़ा चुनावी अखाड़ा बन गया है. इस संसदीय सीट से भाजपा ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के मुकाबले अपनी प्रत्याशी प्रज्ञा भारती बना दिया है. तीन दिन पूर्व ही प्रज्ञा ने अपने एक विवादास्पद बयान से पूरे देश को हिलाकर रख दिया था. इस बयान से सबसे ज्यादा भाजपा ही हिल गई थी. इसके बाद अब प्रज्ञा ठाकुर के चुनाव प्रचार की कमान भाजपा के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को भी संभालनी पड़ गई है. संघ ने अब रणनीति को बदल दी है. लगातार विवादित बयानों से उत्त्पन्न स्थिति के बाद संघ सामने आ गया है. उसने तय किया है कि प्रज्ञा अब केवल धर्म पर बोलेगी, वह भी सोच समझकर, आतंकवाद पर बोलने से उसे परहेज करने को कहा गया है. संघ ने भाजपा नेताओं के साथ बैठक कर तय किया है कि प्रचार के दौरान प्रज्ञा के साथ संघ और संगठन के पांच स्वयं सेवक और पदाधिकारी रहें. प्रज्ञा द्वारा हिन्दुत्व की बात करना भाजपा के लिए चिंता की बात बन गई थी. इन्हीं कारणों से भाजपा ऋतंभरा को भी नकार चुका था. प्रदेश के भाजपा पदाधिकारी संघ और राष्ट्रीय नेतृत्व को यह बता चुके थे कि इनके बयान भाजपा की मुसीबत खड़ी करेंगे. खुद शिवराज सिंह चौहान यह बात कह चुके थे और उन्होंने इनके स्थान पर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का नाम राष्ट्रीय नेतृत्व के सामने रखा था, मगर वे चुनाव लड़ने को तैयार नहीं हुई. अब जबकि प्रज्ञा को प्रत्याशी बनाया गया है और वे मैदान में उतरकर हार्ड हिन्दुत्व की बात कर रही है, जो भाजपा के लिए चिंता बन गई है. उनके बयानों पर आयोग द्वारा दिए नोटिस के बाद संगठन और चिंतित हो गया है. आयोग के नोटिस और प्रज्ञा के बयानों के बाद भाजपा की जो छवि खराब होती गई उसे लेकर भाजपा पदाधिकारी तीन दिनों से लगातार बैठकें कर रहे हैं. अंत में संघ के साथ बैठक में कल सोमवार को इस बात पर सहमति हुई कि उनके चुनाव की रणनीति बदली जाए. देखना है अब प्रज्ञा ठाकुर अपने 'दर्द' और धर्म के बीच अपने बयानों में कितना न्याय कर पाती है.
लोकतांत्रिक

लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा जरूरी : अश्विन मुद्गल

राष्ट्रीय जनसम्पर्क दिवस पर अनिल गाडेकर सम्मानित नागपुर : पब्लिक रिलेशन्स सोसायटी ऑफ इंडिया की नागपुर शाखा की ओर से जनसंपर्क दिवस पर 'एक राष्ट्र, एक संकल्प, एक स्वर' परिचर्चा का आयोजन किया गया. इस अवसर पर प्रेस क्लब नागपुर, के सभागार में अपने संभाषण में जिलाधिकारी अश्विन मुद्गल ने लोकसभा चुनाव की वर्तमान स्थिति में जनसम्पर्क अधिकारियों (पीआरओ) और पत्रकारों को अधिक कारगर ढंग से कार्य करने की आवश्यकता पर बल दिया. उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति आस्था और आदर पैदा करने में पीआरओ और पत्रकार ही सक्षम हैं. आप सभी 'जनमत निर्माता'(ओपिनियन मेकर) होने के नाते यह कार्य बखूबी कर सकते हैं. कार्यक्रम में सोसायटी की ओर से नागपुर के जिला जनसम्पर्क अधिकारी अनिल गाडेकर को सर्वश्रेष्ठ जनसम्पर्क अधिकारी (बेस्ट पी.आर.ओ.) के रूप में सम्मानित किया गया. मुख्य अतिथि नागपुर के जिलाधिकारी मुद्गल ने उन्हें शाल, श्रीफल, तुलसी का पौधा और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया. उन्होंने कहा कि आज देश में लोकसभा चुनाव हो रहे हैं. एक ओर प्रशासन मतदान की संख्या बढ़ाने के लिए पुरजोर प्रयास कर रहा है. दूसरी ओर प्रत्याशी एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप और लांक्षण लगा रहे हैं. इस पृष्ठभूमि में पीआरओ और पत्रकार ही जनसाधारण में 'एक राष्ट्र, एक संकल्प, एक स्वर' की भावना जागृत कर सकते हैं. इस कठिन परिस्थिति से निपटने के सन्दर्भ को उन्होंने कविता की इन पंक्तियों में पिरोया- "मुख्त्सर सी जिंदगी के, अजीब से अफसाने है, यहां तीर भी चलाने हैं और परिंदे भी बचाने हैं." मंच पर प्रमुख अतिथि के रूप में जिलाधिकारी अश्विन मुद्गल, जिला जनसम्पर्क अधिकारी अनिल गडेकर, पी.आर.एस.आई.चे अध्यक्ष सत्येंद्र प्रसाद सिंह, महानिर्मिती के जनसंपर्क अधिकारी यशवंत मोहिते और अध्यक्ष स्थान पर नागपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष प्रदीप कुमार मैत्र उपस्थित थे. अपने सम्मान का जवाब देते हुए अनिल गाडेकर ने शासकीय सेवा औरंगाबाद से शुरू कर यहां तक पहुंचने की कालावधि का स्मरण करते हुए अपने अनुभव साझा किया. अपने अध्यक्षीय भाषण में प्रेस क्लब के अध्यक्ष प्रदीप कुमार मैत्र ने 'एक राष्ट्र, एक संकल्प, एक स्वर' विषय की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला. उन्होंने इस समसामयिक विषय पर परिचर्चा आयोजित करने के लिए पब्लिक रिलेशन्स सोसायटी का अभिनन्दन किया. आरंभ में डब्ल्यूसीएल (वेकोलि) के जनसम्पर्क अधिकारी और पब्लिक रिलेशन्स सोसायटी, नागपुर के अध्यक्ष सत्येंद्र प्रसाद सिंह ने सोसायटी के कार्य पर प्रकाश डाला. साथ ही उन्होंने राष्ट्रहित में जनसम्पर्क अधिकारियों की भूमिका का भी प्रतिपादन किया. कार्यक्रम का संचालन नागपुर मेट्रो के पीआरओ अखिलेश हलवे ने और आभार प्रदर्शन महानिर्मिति के पीआरओ यशवंत मोहिते ने किया. पीआरएसआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजित पाठक का शुभेच्छा सन्देश आकाशवाणी की सहायक निदेशक गौरी मराठे ने पढ़ कर सुनाया. कार्यक्रम में सरकारी, अर्द्धसरकारी, कॉर्पोरेट और निजी क्षेत्र के जनसम्पर्क अधिकारी, सेवानिवृत अधिकारी, सोसायटी के पदाधिकारी, प्रसार माधयमों के प्रतिनिधि, प्रेस क्लब के पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित थे.
नामांकन पत्र

अमेठी : बच गए राहुल गांधी, नामांकन पत्र वैध

नई दिल्‍ली : कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी को बड़ी राहत मिली है. उत्तर प्रदेश के अमेठी लोकसभा क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर राम मनोहर मिश्रा ने आज सोमवार को जांच के बाद कांग्रेस अध्‍यक्ष द्वारा अमेठी से भरे गए चुनाव नामांकन पत्र को वैध ठहरा दिया है. इससे राहुल गांधी को अब अमेठी सीट से भी चुनाव लड़ने में कोई अड़चन नहीं रही. उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी केरल के वायनाड के अलावा यूपी के अमेठी से भी चुनाव लड़ रहे हैं. उन्‍होंने अमेठी में अपना जो नामांकन पत्र दाखिल किया था, उस पर वहां से ही निर्दलीय प्रत्‍याशी ध्रुवपाल कौशल ने आपत्ति दर्ज कराई थी. उनके अनुसार राहुल गांधी ने अपने नामांकन पत्र में गलत जानकारी दी थी. ध्रुवपाल ने रिटर्निंग आफिसर से इसकी जांच करने की मांग की थी. इस पर रिटर्निंग ऑफिसर ने राहुल के नामांकन पत्र की जांच 22 अप्रैल तक टाल दी थी. ध्रुव लाल ने राहुल गांधी की नागरिकता और राहुल के शैक्षणिक सर्टिफिकेट पर सवाल उठाते हुए उनके नामांकन पत्र की जांच की मांग की थी. उनके वकील रवि प्रकाश का कहना था कि ब्रिटेन की एक रजिस्‍टर्ड कंपनी के दस्‍तावेजों में उन्‍होंने अपनी ब्रिटिश नागरिकता का उल्‍लेख किया है और गैर भारतीय देश में चुनाव नहीं लड़ सकता है. रवि प्रकाश का कहना था कि राहुल के शैक्षणिक सर्टिफिकेट में भी कई गलतियां हैं. भाजपा के कई नेताओं ने भी दावा किया था कि राहुल गांधी ने ब्रिटेन की नागरिकता ले रखी है. ऐसे में चुनाव आयोग उनका नामांकन रद्द करे. आज निर्वाचन अधिकारी ने सुनवाई की. इससे पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई नेताओं ने नागरिकता विवाद पर कहा था कि निर्वाचन अधिकारी को राहुल गांधी के हलफनामे की जांच करनी चाहिए. राहुल गांधी की नागरिकता को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में भी याचिका दाखिल की गई थी. जिसपर कोर्ट ने कहा था कि अपनी शिकायत केन्द्र सरकार की सक्षम अथॉरिटी से करें.
राफेल

राफेल मामला : राहुल ने जताया खेद, 23 अप्रैल को होगी सुनवाई

नई दिल्ली : राफेल मामले पर सुप्रीम कोर्ट की बात को गलत तरीके से पेश करने से जुड़े मानहानि मामले में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने खेद जताया है. सुप्रीम कोर्ट को अपने जवाब में राहुल गांधी ने कहा है कि उन्होंने चुनाव के आवेश में आकर ऐसा बयान दे दिया और इसका उन्हें खेद है. राहुल ने कहा कि वे मानते हैं कि राफेल पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर जो उन्होंने कहा, वैसा कोर्ट ने नहीं कहा था. मानहानि का यह मामला भाजपा की मीनाक्षी लेखी की ओर से दायर किया गया था. सुप्रीम कोर्ट अब इस मामले पर मंगलवार, 23 अप्रैल को सुनवाई करेगा. मीनाक्षी लेखी ने अपनी याचिका में कहा था कि राफेल से जुड़े लीक हुए दस्तावेजों पर सुप्रीम कोर्ट के विचार करने की बात को राहुल ने लगातार गलत तरीके से पेश किया और यह अदालत की अवमानना है. दरअसल राहुल ने रायबरेली में पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि 'अब सुप्रीम कोर्ट भी जान गया है कि चौकीदार चोर है.' राहुल के इसी बयान को लेकर मीनाक्षी लेखी ने अवमानना का मामला उनके खिलाफ दर्ज किया था. राहुल गांधी ने सुप्रीम कोर्ट को अपने जवाब में कहा, 'उन्हें अफसोस है कि उन्हें राफेल फैसले पर यह बयान दिया. मेरे बयानों का राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी द्वारा गलत इस्तेमाल किया गया और मैंने चुनावी कैंपेन के आवेश में ऐसा कह दिया.' पिछले हफ्ते चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की पीठ ने इस मामले पर सुनवाई करते हुए कहा था, 'हम यह स्पष्ट करते हैं कि राहुल गांधी ने मीडिया और पब्लिक में गलत तरीके से बार रखी. हम यह स्पष्ट करते हैं कि हमने कोई ऐसी बात नहीं कही. हमने केवल दस्तावेजों को लेकर अपनी बात रखी थी.'
सेवाग्राम

आईएस की महिला एजेंट सेवाग्राम में गिरफ्तार

रवि लाखे, वर्धा : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शनिवार के तड़के वर्धा में सेवाग्राम के निकट म्हसाला क्षेत्र में छापा मार कर एक आईएसआईएस गुर्गे अब्दुल बाशिद की पत्नी नेहमुदा बाशिद को उसके मायके से गिरफ्तार कर लिया है. आईबी और नागपुर एटीएस भी कर रही पूछताछ नेहमुदा को सेवाग्राम पुलिस थाने लाकर एनआईए ने उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई और इसके बाद सेवाग्राम पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. इस बीच नेहमुदा की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही गुप्तचर विभाग (आईबी) और नागपुर एटीएस (आतंकवाद निरोधी पथक) भी वर्धा पहुंच कर उससे पूछताछ में जुट गई है. सूत्रों ने बताया कि नेहमुदा से उसके संपर्कों के बारे में और पिछले तीन वर्षों तक उसके कहां-कहां होने के बारे में जानकारी ली जा रही है. सूत्रों के अनुसार वर्धा सहित एनआईए हैदराबाद में भी एक साथ तीन स्थानों पर छापा मार चुकी है. पति भी 2016 से बंद है तिहाड़ जेल में पुलिस सूत्रों के अनुसार इस महिला का पति अब्दुल बाशीद हैदराबाद का है. उसे 2016 में एनआईए ने गिरफ्तार किया था. फिलहाल वह दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद है. वह मुस्लिम युवकों को सोशल मीडिया के माध्यम से आईएसआईएस से जोड़ने का काम कर रहा था. उसका पाकिस्तान की आतंकवादी संगठन से भी सीधा संपर्क था. एनआईए ने उसके इस कार्य का सुराग मिलते ही 2016 में उसे गिरफ्तार कर लिया था. पति की गिरफ्तारी के बाद ही हो गई थी भूमिगत सूत्रों ने बताया कि पति की गिरफ्तारी के कुछ समय बाद ही नेहमुदा अचानक भूमिगत हो गई थी. यह पता चलते ही एनआईए सतर्क हो गई थी और नहमुदा की गतिविधियों का पता लगा रही थी. एनआईए को इस बात का पता चल गया था कि भूमिगत होकर वह अपने पति का काम ही आगे बढ़ाने में जुटी हुई है. इसी बीच आईएनए को पता चला कि गुरुवार को नेहमुदा हैदराबाद से नागपुर के लिए रवाना हुई है. वह शुक्रवार को वर्धा आकर अपने मायके सेवाग्राम के निकट म्हसाला पहुंच गई. इसके बाद शनिवार को एनआईए की टीम ने शनिवार की सुबह छापा मार कर अहलेसुबह उसे उसके मायके से गिरफ्तार कर लिया. वर्धा में 10 वर्ष पहले भी सक्रीय था सिमी सूत्रों ने बताया कि नेहमुदा और उसके पति अब्दुल बाशिद की रिश्तेदारी पाकिस्तान में भी है. गिरफ्तारी से पूर्व बाशिद पाकिस्तान के लोगों के सम्पर्क में भी था. उल्लेखनीय है कि 10 वर्ष पहले भी सिमी यहां वर्धा में इंडियन मुजाहिदी के लिए जिले में युवकों का एक बड़ा स्लीपर सेल तैयार करने में सफल रहा था.
बकरा

लोकसभा चुनाव 2019 : वाराणसी में प्रियंका को बकरा बनाना नहीं चाहती कांग्रेस

नई दिल्ली : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने को लेकर असमंजस अभी भी बरकार है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस मुद्दे पर अभी सस्पेंस बनाए रखना चाहते हैं. समझा जाता है कि अभी कांग्रेस यह आंकने में लगी है कि प्रियंका के लिए वाराणसी कितना मुफीद होगा. कांग्रेस प्रियंका को वाराणसी में बलि का बकरा बनाना नहीं चाहती. वाराणसी लोकसभा क्षेत्र के रोहनिया, वाराणसी (उत्तर), वाराणसी (दक्षिण), सेवापुरी और बनारस कैंटोनमेंट पांच विधानसभा चुनाव खेत्रों का समावेश है. 2014 के चुनाव में यहां नरेंद्र मोदी को 56.36 प्रतिशत वोट मिले थे. जबकि कांग्रेस-सपा मोर्चे को मात्र 7.33 प्रतिशत, बसपा को 5.87 और आम आदमी पार्टी को 20.29 प्रतिशत मत मिले थे. ऐसे में कांग्रेस प्रियंका के बारे में फिलहाल इस प्रश्न पर केवल सस्पेंस ही कायम रखना चाहती है. प्रियंका को राहुल की हरी झंडी का इन्तजार उधर आज रविवार को केरल के वायनाड में आज रविवार को वाराणसी सीट से चुनाव लड़ने को लेकर जब प्रियंका गांधी से पूछा गया तब उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी वाराणसी से चुनाव लड़ने के लिए कहते हैं तो मुझे खुशी होगी. लोकसभा चुनाव को लेकर प्रियंका गांधी केरल के वायनाड में दो दिवसीय दौरे पर हैं. एक समाचार एजेंसी के अनुसार जब उनसे पूछा गया कि क्या वो वाराणसी से चुनाव लड़ेंगी? तब उन्होंने कहा कि 'अगर कांग्रेस अध्यक्ष मुझसे वाराणसी से चुनाव लड़ने को कहते हैं, तो मुझे बहुत खुशी होगी.' बता दें कि एक इंटरव्यू में जब राहुल गांधी से पूछा गया कि क्या प्रियंका गांधी लोकसभा का चुनाव लड़ेंगी? इस पर राहुल गांधी ने कहा कि देखते हैं, अभी थोड़ी देर सस्पेंस रहने दीजिए. केरल में मोदी पर साधा निशाना इससे पहले कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर शनिवार को निशाना साधते हुए कहा कि अभी की तरह इतनी “कमजोर सरकार” और ‘कमजोर प्रधानमंत्री’ कभी नहीं रहा है. प्रियंका फिलहाल वायनाड में हैं, जहां से उनके भाई एवं पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह जानना चाहती हैं कि क्या सरकार की नीतियों की आलोचना करने वालों की आवाज दबाना ‘‘राष्ट्रवाद’’ है. राहुल उत्तर प्रदेश के अमेठी से भी चुनाव लड़ रहे हैं.
कर्मवीरों

वेकोलि श्रमोत्सव में मुख्यालय, दस क्षेत्रों और केंद्रीय कर्मशाला के कर्मवीरों का सम्मान

नागपुर : वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (वेकोलि) में मंगलवार, 16 अप्रैल 2019 को संपन्न श्रमोत्सव-2019 में मुख्यालय और दस क्षेत्रों तथा केंद्रीय कर्मशाला तडाली के कर्मवीरों को सम्मानित किया गया. उल्लेखनीय है कि वेकोलि ने वित्तीय वर्ष 2018-19 में 53.18 मिलियन टन उत्पादन तथा 55.56 मिलियन टन कोयला डिस्पैच कर नया कीर्तिमान स्थापित किया. इस उपलब्धि पर श्रमवीरों को सम्मानित कर उनके प्रति आभार व्यक्त किया गया. इसके पूर्व 9 अप्रैल को उमरेड एवं 12 अप्रैल को वणी क्षेत्र में श्रमोत्सव आयोजित किया गया था. इस अवसर पर सीएमडी राजीव रंजन मिश्र, डीपी डॉ. संजय कुमार, डीएफ एस.एम. चौधरी, डीटीओ मनोज कुमार, डीटीपीपी अजीत कुमार चौधरी, डीपी (सीआईएल) आर.पी. श्रीवास्तव, कोयला मंत्रालय के आर्थिक सलाहकार अनिमेष भारती तथा स्वतंत्र निदेशक के.एन. शेलट, इंद्र घोष, एम.के. भट्ट तथा एन. रामा राव (कम्पनी के संपूर्ण बोर्ड) उपस्थित थे. श्रमोत्सव में कम्पनी के अग्रजों का आशीर्वाद मिला इस अवसर पर सीआईएल/वेकोलि के अग्रजों (सेवा निवृत्त निदेशक गण) सर्वश्री सी.एच. खिस्ती, एस.एन. कटियार, के.के. शरण,ओ.पी. मिगलानी, टी.एन. झा तथा इरावती दाणी ने सपरिवार शिरकत कर वेकोलि की उपलब्धियों पर बधाई दी. शक्ति ग्रुप को मिली पहचान श्रमोत्सव 2019 में झंकार महिला मंडल की अध्यक्ष श्रीमती अनिता मिश्र, उपाध्यक्ष श्रीमती रीना कुमार, श्रीमती अनिता अग्रवाल, श्रीमती राधा चौधरी तथा श्रीमती अंजना झा ने महिला कर्मियों के शक्ति ग्रुप को बैज प्रदान किया. कर्मवीरों के सम्मान से उत्साह का संचार मुख्यालय एवं क्षेत्रों के कर्मवीरों को कम्पनी बोर्ड-सदस्यों के साथ श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधि सर्वश्री एस.क्यू. जमा,सुधीर घुरडे, सी.जे. जोसफ़, शिव कुमार यादव, सौरभ दुबे तथा एस.एच. बेग ने सम्मानित किया. श्रमोत्सव में बिखरे कला के विविध रंग नागपुर में कल शाम आयोजित श्रमोत्सव-2019 में टीम वेकोलि के सदस्यों ने अपनी बेहतरीन सांस्कृतिक प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया. देशभक्ति गीत-संगीत,कव्वाली और नृत्य की विविध प्रस्तुति ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. रचनात्मक योगदान हेतु झंकार महिला मंडल का सम्मान चिह्न देकर सम्मानित किया गया. अपनी विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से वंचितों और जरूरतमंदों की सेवा के लिए झंकार महिला मंडल की अध्यक्ष श्रीमती अनिता मिश्र, उपाध्यक्ष श्रीमती रीना कुमार, श्रीमती अनिता अग्रवाल एवं श्रीमती राधा चौधरी का शॉल, श्रीफल तथा स्मृति चिह्न भेंट कर उनके प्रति आभार प्रकट किया.
निमकी मुखिया

500 एपिसोड्स पूरे किए धारावाहिक “निमकी मुखिया” ने

टीवी धारावाहिक समीक्षा टीवी चैनल 'स्टार भारत' के लोकप्रिय धारावाहिक शो "निमकी मुखिया" ने 500 एपिसोड्स पूरे कर लिए हैं. उत्तर भारत, खासकर बिहार के ग्रामीण परिवेश में व्याप्त जातीय भेदभाव और राजनीति के सामाजिक समीकरणों के साथ महिला सशक्तिकरण पर आधारित इस धारावाहिक की कहानी सामाजिक बुराइयों पर बड़े ही संवेदनशील ढंग से चोट करती है. हास्य से भरपूर यह धारावाहिक 28 अगस्त 2017 से आरंभ हुआ है. धारावाहिक में भूमिका गुरुंग - निमकी मुखिया, इंद्रनील सेनगुप्ता - अभिमन्यु राय B.D.O., अभिषेक शर्मा - बब्बू सिंह, नीलिमा सिंह - अनारो जी, शिवानी चक्रवर्ती - बड़ी बहू रेखा, ऋषि खुराना - तेतर सिंह और अशरफ करीम - नाहर सिंह की भूमिका में हैं. इनके अलावा निमकी का पडोसी और सहपाठी मित्र टुन्नी, निमकी की बहन महुआ, छोटे भाई मोनू, पिता रामबचन के साथ चाची का किरदार निभा रहे कलाकारों ने भी अपने शानदार अभिनय से धारावाहिक को धारदार बना दिया है. धारावाहिक के लेखक निर्देशक जमा हबीब हैं. वे थियेटर आर्टिस्ट से लेकर अनेक चर्चित भोजपुरी फिल्मों और सीरियलों के लेखक रहे हैं. 48 वर्षीय जमा हबीब को मनोहर श्याम जोशी की तरह का पटकथा लेखक माना जा सकता है. ‘बुनियाद’ ‘हमलोग’ और ‘कक्काजी कहिन’ जैसे सीरियलों में जो स्थानीयता के सहारे देश व व्यवस्था के दर्शन हुए हैं, वही गुण 'निमकी मुखिया' में विद्यमान हैं. धारावाहिक की कहानी गांव की निम्न जाति की बिंदास, अल्हड़ और स्वच्छंद लड़की निमकी के इर्द-गिर्द बुनी गई है. गांव की तेजतर्रार लड़की निमकी जिसका केवल एक सपना होता है शादी करके घर बसाना, लेकिन बन जाती है गांव की मुखिया. इसके बाद कहानी में एक नया मोड़ आता है. फिल्मों की दीवानी नमकीन कुमारी उर्फ निमकी जीवन के हरेक पक्ष को बॉलीवुड फिल्मों के प्रसंगों से जोड़ कर देखती और लोगों को दिखाती हुई पंचायत की आरक्षित सीट से मुखिया बन जाती है. इसके साथ ही शुरू होता है सत्ता से बेदखल हो चुके गांव के दबंग पूर्व मुखिया परिवार का सत्ता को अपने कब्जे में करने का खेल. मुखिया पद पर अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए ऊंची जाति के पूर्व मुखिया तेतर सिंह अब अपने एलएलबी दामाद ऋतुराज के साथ अपनी योजना को कामयाब बनाने में जुट जाते हैं. मुखिया पद घर में ही रहे, इसके लिए अपने दबंग बेटे बब्बू सिंह का ब्याह मुखिया निमकी से करा कर उसे घर तो ले आते हैं, लेकिन उसके साथ छुआछूत का खेल भी जारी रहता है. इस खेल में मुखिया बनी निमकी कैसे अपने ससुर और ससुराल परिवार के हर चाल को बड़ी सफाई से ध्वस्त करती जाती है, यह धारावाहिक को दिलचस्प तो बनाता ही है, साथ ही अपने तलाक और अपने साथ हुए बलात्कार की घटना को भी निमकी कितनी जीवटता के साथ निपटती है, यह कहानी को बहुत ही सशक्त बनाती है. धारावाहिक में निमकी का चरित्र अत्यधिक पावरफुल है. निमकी एक मुंहफट और आजाद खयालों वाली लड़की है, जिसके अंदर कई भावनाएं छुपी हुई हैं. उसकी भावनाओं का कोई अंदाजा नहीं लगा सकता. कहानी के अन्य सभी पात्र भी उतने ही सशक्त हैं. सोमवार...
आम्बेडकर

भारत रत्न डॉ. आम्बेडकर को टीम वेकोलि की आदरांजलि

जीवन आश्रय सेवा संस्था के सहायतार्थ 'बुद्ध-भीम गीतमाला' का आयोजन सुरेश भट सभागृह में नागपुर : वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (वेकोलि) में आज भारतरत्न बाबा साहब डॉ भीमराव आम्बेडकर की जयंती पर टीम वेकोलि के सदस्यों ने उन्हें आदरांजलि अर्पित की. इसके साथ ही शहर में अनेक स्थानों पर संविधान के शिल्पकार डॉ. भीमराव बाबा साहब आम्बेडकर की 128वीं जयंती पर आयोजित किए गए. ऐसा ही एक कार्यक्रम 'बुद्ध और भीम गीतमाला' का आयोजन सुरेश भट सभागृह में भी किया गया. मुख्यालय में आयोजित समारोह में निदेशक (कार्मिक) डॉ. संजय कुमार, निदेशक (तकनीकी) मनोज कुमार, निदेशक (योजना व परियोजना) अजीत कुमार चौधरी, श्रमिक नेता सर्वश्री एस.क्यू. जमा, सी.जे. जोसफ ने बाबा साहब के छाया चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें आदरांजलि अर्पित की. कार्यक्रम का संचालन एससीएसटी कॉउन्सिल के सम्पर्क अधिकारी अरुणखोब्रागड़े ने किया. इस अवसर पर उपस्थित सभी विभागाध्यक्ष, वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मी गण ने बाबा साहब को नमन किया. सुरेश भट सभागृह में बुद्ध-भीम गीतमाला का आयोजन भारतीय संविधान के शिल्पकार भारतरत्न डॉ. बाबासाहेब आम्बेडकर की 128वीं जयंती पर शनिवार, 14 अप्रैल को कविवर सुरेश भट सभागृह में म्यूजिक टाइम आर्केस्ट्रा की ओर से 'शिल्पकार जगाचा' (जग के शिल्पकार) कार्यक्रम के अंतर्गत सुमधुर बुद्ध-भीम गीतमाला का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की परिकल्पना सुनील गजभिये और मित्रपरिवार की थी. पार्श्वगायक डॉ. अनिल खोब्रागड़े, पार्श्वगायिका धनश्री बुरबुरे सहित चंद्रपुर की निशा धोंगडे, श्रद्धा यादव, शिलवंत सोनटक्के, गोल्डी हुमने, मनीष राय, मनोज बहादुरे कलाकारों ने बुद्ध गीतऔर भीम गीते प्रस्तुत किए. आकाशवाणी के वरिष्ठ निवेदक अशोक जांभुलकर के निवेदन से कार्यक्रमा की शुरुआत हुई. शीलवंत ने ‘भीमा तुला वंदना’ गीत के माध्यम से अभिवादन गीत प्रस्तुत किया. धनश्री ने ‘अमृतवाणी ही बुद्धाची’ गीत प्रस्तुत किया. शीलवंत ने ‘ही पाकळी पाकळी’ और मनीष ने ‘चंदनपरी तु झिजला’ गीत गाया. डॉ. अनिल खोब्रागड़े ने ‘भीमा तुझ्या पथावर’ व 'चंदन वृक्षासमान' गीत प्रस्तुत कर श्रोताओं का मन मोह लिया. उसके बाद ज्योती भगत मंच के मंच संचालनके तहत गोल्डी हमने ने ’भिमा घे पुन्हा’ और फिर गोल्डी तथा शीलवंत के लिए श्रोताओं में वन्समोर की झड़ी लगा दी. 'प्रथम नमो गौतमा', 'भीमराया घे’ सुमधुर गीत गायकों ने प्रस्तुत किए. वृद्धाश्रम और सेवाश्रम का संचालन करने वाली जीवन आश्रय सेवा संस्था के सहायतार्थ इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. कार्यक्रम का संयोजन म्यूजिक टाइम ऑर्केस्ट्रा के शैलेश ढोके, सुनील आर. गजभिये, शैलेश जांभलकर, अनिल सिरसाट, बी.के. सहारे थे.