आकस्मिक ‘समांतर मीटर वाचन’ शुरू करेगी महावितरण

बिजली चोरी और बिजली का दुरुपयोग रोकने के साथ ही ग्राहकों को अचूक बिजली बिल के लिए बड़ा कदम नागपुर : जिस अनुपात में महावितरण का बिजली वितरण बढ़ा है, उस अनुपात में ग्राहकों के बिजली मीटरों में बिजली खपत नहीं दिखाई दे रही. जबकि इस दौरान बिजली की चोरी बढ़ रही है और दूसरी ओर ग्राहकों की ओर से शिकायतें मिलती हैं कि बिजली के बिल गलत भेजे जा रहे हैं. इस समस्या से निपटने के लिए अब महावितरण ने अपनी 'उत्तम ग्राहक सेवा' के अंतर्गत 'समांतर मीटर वाचन' की महत्वाकांक्षी प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय किया है. इस निर्णय के पीछे महावितरण के नागपुर परिमंडल के मुख्य अभियंता रफीक शेख की महत्वाकांक्षी परिकल्पना है. इससे मीटर वाचन में गड़बड़ी सहित अन्य अनियमितताओं को सामने लाने में और रोकने में मदद मिलेगी. बढ़ी बिजली आपूर्ति के मुकाबले आधा भी नहीं मिला राजस्व महावितरण की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार अप्रैल 17 से दिसंबर 17 की अवधि में अप्रैल 16 से दिसंबर 16 की तुलना में 15 मिलियन यूनिट अधिक बिजली की आपूर्ति की गई, जो 25 करोड़ रुपए की बिजली थी. लेकिन इस अवधि में मात्र 9 करोड़ रुपए अधिक की प्राप्ति महावितरण को हुई. साथ ही यदि प्रति यूनिट इस दौरान 15 पैसे बिजली दर बढ़ा भी तो महावितरण का राजस्व मात्र 2 पैसे का बढ़ा. आकस्मिक तौर पर कराए जाएंगे मीटरों का पुनर्वाचन महावितरण ने प्रबंध संचालक संजीव कुमार के हवाले से बताया है कि कुल मीटर वाचन में से पहले पांच प्रतिशत मीटरों का ही पुनर्वाचन कराया जाएगा. इस प्रक्रिया का अक्षरशः पालन करने साथ ही आगे अधिक से अधिक मीटरों का पुनर्वाचन कराया जाएगा. साथ ही यह पुनर्वाचन समांतर यंत्रणा से आकस्मिक तौर पर कराया जाएगा. इसके तहत महीने में कभी भी महावितरण के कर्मचारी किसी भी ग्राहक के यहां जाकर डे उनके मीटर का वाचन कर मंजूर भार, संलग्न भार, बिजली दैनिक उपयोग, मीटर के घूमने गति आदि की जांच करेंगे. कार्रवाई की रिपोर्ट दैनंदिन स्तर पर लेना शुरू महावितरण के अनुसार प्रति माह बिलिंग की प्रक्रिया शुरू होने से पूर्व और प्रक्रिया पूरी होने पर समांतर मीटर वाचन के आंकड़ों के संबंध में बिलिंग क्लर्क और संबंधित अधिकारियों द्वारा की गई कार्रवाई के रिपोर्ट दैनंदिन स्तर पर सूचना तकनीक विभाग और वित्त एवं लेखा विभाग द्वारा लेने का काम शुरू कर दिया गया है. उपयोग में आई प्रत्येक बिजली यूनिट के पैसे वसूलेगी प्रेस विज्ञप्ति में महावितरण ने बताया है कि चालू वित्त वर्ष से ग्राहकों को अचूक बिल और अच्छी से अच्छी सेवा देने के कार्य को प्राथमिकता दी जा रही है. ग्राहकों से बिजली के उपयोग की प्रति यूनिट के पैसे वसूल हो सके, इसके लिए विशेष प्रयत्न के अंतर्गत महावितरण ने आकस्मिक रूप से समांतर मीटर वाचन करने का यह निर्णय लिया है.

29.59 करोड़ की बिजली चोरी का भंडाफोड़ किया महावितरण ने

नागपुर : महावितरण के नागपुर परिक्षेत्र के अंतर्गत कार्यरत सुरक्षा कार्यान्वयन विभाग के छापामार ने 2017-18 में 29 करोड़ 59 लाख 76 हजार रुपए बिजली चोरी पकड़ी और उसमें से 20 करोड़ 14 लाख 21 हजार रुपए वसूल किए. छापामार दल की पूरे वर्ष की सक्रियता से महावितरण को अच्छी सफलता मिली है. विदर्भ के सभी 11 जिलों में साल भर चली कार्रवाई महावितरण के सुरक्षा व कार्यान्वयन विभाग के कार्यकारी संचालक अरविंद सालवे और नागपुर परिक्षेत्र के प्रादेशिक संचालक भालचंद्र खंडाईत के मार्गदर्शन में नागपुर परिक्षेत्र के प्रभारी उपसंचालक मंगेश वैद्य के नेतृत्व में विदर्भ के सभी 11 जिलों के छापामार दल ने 2017-18 में 9,320 बिजली कनेक्शनों की जांच की. इनमें से 3,689 प्रकरणों में गड़बड़ी पाई गई. इन प्रकरणों में भारतीय विद्युत अधिनियम 2003 की दफा 135 और 138 के अंतर्गत मीटर में हेराफेरी अथवा अन्य प्रकार के आपराधिक मामलों में कुल 10 करोड़ 96 लाख 80 हजार रुपए की बिजली चोरी के 2482 मामले उजागर हुए. इनमें अकोला मंडल की 243, अमरावती 229, बुलढाणा 200, भंडारा 251, चंद्रपुर 205, नागपुर शहर 187, नागपुर ग्रामीण 189, वर्धा 200, यवतमाल 250, गोंदिया 217, गढ़चिरोली 124 और वाशिम मंडल की 187 बिजली चोरियों का समावेश है. 48 लाख 38 हजार रुपए के अन्य मामले इसके अलावा भारतीय विद्युत अधिनियम 2003 की दफा 126 के तहत 48 लाख 38 हजार रुपए के 107 मामले बिजली उपयोग में अनियमितताओं के भी सामने आए. ऐसे सर्वाधिक 23 मामले यवतमाल मंडल के, उसके बाद अमरावती मंडल की 21, अकोला 5, बुलढाणा 4, भंडारा 12, चंद्रपुर 9, नागपुर शहर 8, नागपुर ग्रामीण, वर्धा और गोंदिया मंडल के 7-7 और गढ़चिरोली एवं वाशिम मंडल के 2-2 मामलों का समावेश है. 1115 मामलों में 18 करोड़ 13 लाख 62 हजार रुपए की वसूली साथ ही अनियमित बिजली दुरुपयोग के 1115 मामलों में 18 करोड़ 13 लाख 62 हजार रुपए की वसूली में महावितरण को सफलता मिली. इसमें अकोला मंडल के 115, अमरावती मंडल के 71, बुलढाणा 33, भंडारा 116, चंद्रपुर 106, नागपुर शहर 162, नागपुर ग्रामीण 150, वर्धा 58, यवतमाल 71, गोंदिया 97, गढ़चिरोली 38 और मंडल के मामलों का समावेश है. 20 करोड़ 14 लाख 21 हजार रुपए महावितरण ने वसूले इन सभी 2,482 मामलों में कुल 29 करोड़ 59 लाख 76 हजार रुपए के बिजली उपयोग और बिजली चोरी पकड़ी गई. इसमें 20 करोड़ 14 लाख 21 हजार रुपए वसूल करने में महावितरण को सफलता मिली है. साल भर की लगातार चली इस कार्रवाई में डोंगरवार, डी. बारापात्रे, एस. कुथे, ए. ओझा, एस. दास, वी. नवघरे, एस. हेडाऊ, एस. कन्नाके, डी. नागपूरकर, एस. पेगलपट्टी, आर. हस्ते और एस. देशमुख शामिल रहे.

इंडियन ओवरसीज बैंक को लगाया पौने तीन करोड़ का चूना

फर्जी कागजात और फर्जी आयकर रिटर्न पर ही बैंक ने दे दिए सभी 12 लोगों को कर्ज नागपुर : फर्जी कागजात पेश कर 12 लोगों ने इंडियन ओवरसीज बैंक की बैद्यनाथ चौक शाखा, नागपुर को करीब पौने तीन करोड़ रुपए का चूना लगा दिया. बैंक अधिकारियों को जब उनके फर्जीवाड़े का पता चला तब उन्होंने इमामवाड़ा पुलिस स्टेशन में सभी 12 कर्जदारों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. 12 कर्जदारों के नाम आरोपियों में शबीना अरशद खान, अरशद हसन खान (दोनों पंचशील नगर निवासी), शाहिद अहमद जमील अहमद खान, वसीम अहमद जमील अहमद खान, वकील जमील अहमद खान, रानी वसीम अहमद खान (सभी एकता कॉलनी, यादवनगर), संगीता संजय इटनकर, जयंत धर्मराज इटनकर (दोनों पार्वतीनगर), योगेश महादेव वांढरे (शेषनगर, खरबी), शेख गुफान अली, अफसर अजाम अली (दोनों सिंदीबन कॉलनी, बड़ा ताजबाग के पास) और रेहाना इस्माईल शेख (अजनी रेल्वे क्वॉर्टर) शामिल हैं. जांच किए बगैर सभी को बैंक ने दे दिए कर्ज बैंक की ओर से दर्ज शिकायत में बताया गया है कि इन सभी ने बैद्यनाथ चौक स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक शाखा से शुभगृह हाऊसिंग लोन अंतर्गत घर खरीदने के नाम पर कर्ज के लिए फर्जी कागजात और फर्जी आयकर रिटर्न प्रस्तुत किए. बैंक अधिकारियों ने भी उन कागजातों और आयकर रिटर्न की जांच किए बगैर सभी 12 लोगों को 2 करोड़ 63 लाख, 78 हजार, 608 रुपए के कर्ज दे दिए. 13 जुलाई 2015 से 29 अप्रैल 2016 तक उन्होंने बैंक के साथ व्यवहार किया. इसके बाद जब उन्होंने व्यवहार बंद कर दिया, तब बैंक अधिकारियों ने जांच शुरू की तो पाया की कर्ज के लिए दिए गए उनके कागजात फर्जी हैं. इसके बाद बैंक की ओर से देवराव उरकुडाजी मोंदेकर (एकता कॉलनी) ने इमामवाड़ा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई. शिकायत की जांच कर इमामवाड़ा पुलिस ने सोमवार को दर्ज किया और आगे की जांच पुलिस उपनिरीक्षक वी.वी. नरवाड़े को सौंप दिया है.

अभिनेता आमिर खान ने वाटर कप स्पर्द्धा में शामिल राणवाड़ी गांव में किया श्रमदान

रवि लाखे, वर्धा (जिमाका) : पानी फाउंडेशन की ओर से आयोजित "सत्यमेव जयते वाटर कप स्पर्द्धा" में कारंजा तहसील के राणवाड़ी गांव में सुप्रसिद्ध सिने अभिनेता आमिर खान ने अपनी पत्नी किरण राव के साथ श्रमदान किया. इस अवसर पर उनके साथ पानी फाउंडेशन के 5 से 7 नेत्रहीन युवकों ने भी श्रमदान किया. मौके पर प्रशासन की ओर से उपविभागीय अधिकारी प्रकाश शर्मा, कारंजा के तहसीलदार कुमावत, गुटविकास अधिकारी उमेश नंदगवली, पानी फांउडेशन के विदर्भ समन्वयक चिन्मय उपस्थित थे. जिले के आर्वी तहसील के 45, कारंजा के 90, सेलू के 45, देवली व वर्धा के गांव "सत्यमेव जयते वाटर कप स्पर्द्धा" में शामिल हैं. इन गावों में जनसहयोग से तालाबों के गहरीकरण, नाला गहरीकरण, दगड़ी बांध, बांधों की दुरुस्ती, शॉक पिट, पौधा रोपण वाटिका, आगपेटीमुक्त शिवार जैसे काम किए जा रहे हैं. इन कार्यों में नागरिकों और सामाजिक संस्थाओं का भरपूर सहयोग मिल रहा है. इस मौके पर आमिर खान ने पानी फांउंडेशन के दिव्यांग कार्यकर्ता बंडू धुर्वे के साथ चर्चा की और दिव्यांगों के साथ क्रिकेट के खेल में भी शामिल हो कर उनका उत्साह और मनोबल बढ़ाया.

29वें राज्य रास्ता सुरक्षा सप्ताह की खुर्सापार में शुरुआत

कोंढाली (नागपुर) : खुर्सापार के राष्ट्रीय महामार्ग पुलिस मदद केंद्र पर सोमवार को 29वें राज्य रास्ता सुरक्षा सप्ताह का उदघाटन कोंढाली के थानेदार पुरुषोत्तम अहेरकर की अध्यक्षता में कोंढाली के लाखोटीया भुतड़ा कनिष्ठ महाविद्यालय के प्राचार्य दामोदर कुहीटे के हाथों संपन्न हुआ. इस अवसर पर सेवानिवृत उपपुलिस अधीक्षक डॉ.सुर्यभान इंगले, बाबु गुणवंतराव विद्यालय जामगड के मुख्याध्यापक रामसिंग पवार, शिवाजी जामदार आदि उपस्थित थे. कार्यक्रम की प्रस्तावना खुर्सापार यातायात मदद केंद्र के प्रभारी पुलिस सहायक उपनिरीक्षक प्रकाश हिवरकर ने किया. उन्होंने बताया कि संपूर्ण राज्य में रास्ता सुरक्षा सप्ताह का आयोजन 23 अप्रैल से 30 अप्रैल तक किया गया है. खुर्सापार मदद केंद्र द्वारा स्कूल बस चालकों को प्रशिक्षण, वाहन चालकों की स्वास्थ्य तथा नेत्रजांच शिविर, पुलिस कर्मचारी तथा वाहन चालकों के लिए खतरनाक रसायनों से दुर्घटना के समय बचाव तथा सुरक्षा की उपाययोजना आदि विविध विषयों का प्रशिक्षण तथा जनजागृति की जाएगी. कार्यक्रम के उदघाटक प्राचार्य दामोदर कुहीटे और मुख्य वक्ता सेवानिवृत पुलिस उप अधीक्षक डॉ. सुर्यभान इंगले ने भी इस अवसर पर समयोचित मार्गदर्शन किया. कोंढाली के थानेदार पुरुषोत्तम अहेरकर ने अपने अध्यक्षीय भाषण में बताया कि दुर्घटना के समय घायलों को तत्काल मदद करने में आम नागरिकों को भी तुरंत आगे आना चाहिए तथा पुलिस को दुर्घटना की तुरंत जानकारी देनी चाहिए, क्योंकि घायलों को जल्द प्राथमिक उपचार मिलने से उनके प्राण बचाए जा सकते हैं. कार्यक्रम मे कवि सुरेश मलवे ने गीत के माध्यम से जनजागृति की. कार्यक्रम का संचालन शिक्षक गणेश खाडे तथा आभार प्रदर्शन ढोबले ने किया. कार्यक्रम की सफलता के लिए खुर्सापार मदद केंद्र के सभी अधिकारी तथा कर्मचारियों ने परिश्रम किया.

वर्धा जिले के 12 परिवार के लोगों ने दी महाराष्ट्र दिवस पर आत्मदाह करने...

राष्ट्रीय महामार्ग 361 के फोरलेन कार्य के लिए भूमिअधिग्रहण मामले में उचित मुआवजा और पुनर्वास का प्रश्न रवि लाखे वर्धा : किसान आत्महत्या प्रकरणों के ताजे मामलों की गरमाहट के बीच अब राष्ट्रीय महामार्ग के फोरलेन निर्माण कार्य के लिए भूमि अधिग्रहण भी किसान आत्महत्या का सबब बनाने जा रहा है. बुटीबोरी से वर्धा के बीच तेजी से चल रहे फोरलेन निर्माण कार्य के बीच भिड़ी गांव के 12 लोगों ने सपरिवार आत्मदाह कर लेने की चेतावनी दे दी है. उचित मुआवजा और समुचित पुनर्वास का प्रबंध नहीं? भिड़ी के इन किसानों ने जिलाधिकारी और अतिरिक्त आयुक्त को दिए अपने पत्र में कहा है कि राष्ट्रीय महामार्ग फोरलेन के लिए हमारी जमीन और हमारे घरों का अधिग्रहण बिना उचित मुआवजा दिए और बिना समुचित पुनर्वास का प्रबंध किए किया जा रहा है. इससे हमें आर्थिक नुकसान तो होगा ही हमारा घर भी उजाड़ जाएगा. समुचत पुनर्वास और उचित मुआवजे के नहीं मिलाने पर हम 12 परिवारों के लोग आगामी 1 मई महाराष्ट्र दिवस पर आत्मदाह कर लेंगे. चेतावनी पत्र देने वाले किसान जिलाधिकारी और अतिरिक्त आयुक्त को चेतावनी पत्र देने वाले किसानों में भिड़ी गांव के बलीराम उदेभान डोंगरे, अशोक चंद्रभान भांदककर, संत गाडगेबाबा सार्वजनिक वाचनालय के अरुण नीलकंठ हर्षबोधी, विलास पांडुरंग नगराले, अनिल नीलकंठ मुरार, मोहन नीलकंठ मुरार, निलू नारायण गायकवाड़, जगन मारुती भुजाड़े, रमेश शंकरराव भुजाड़े, लक्ष्मण सूर्यभान मेसेकर, चिंधुजी नीलकंठ मानकर और गौतम नीलकंठ मुरार शामिल हैं. राष्ट्रीय महामार्ग 361 का काम बुटीबोरी-वर्धा व वारंगा फाटा तक तेजी से चल रहा है. इसमें भिड़ी गांव के इन लोगों की मांग है कि भूमि अधिग्रहण मामला क्रमांक 8 के अंतर्गत हमारे घरों के निर्माण की पहले जांच हो, साथ ही हमारी जमीन के बदले जमीन की व्यवस्था पहले की जाए और उसके अनुसार उचित मुआवजा दिया जाए. तभी हम अपने घरों को तोड़ने और जमीन पर कब्जा लेने देंगे. यदि शासन ने जल्द ऐसा नहीं किया तो हम आगामी 1 मई महाराष्ट्र दिवस पर सपरिवार आत्मदाह कर लेंगे.

आसाराम पर फैसला कल 25 को जेल में ही

जयपुर : नाबालिग के साथ रेप मामले में जोधपुर जेल में पिछले 5 सालों से बंद आसाराम का फैसला बुधवार 25 अप्रैल को होने वाला है. इस महीने की शुरुआत में जोधपुर की विशेष अदालत में न्यायमूर्ति मधुसूदन शर्मा ने अभियोजन और बचाव पक्ष के वकीलों की अंतिम बहस सुनी और आदेश 25 अप्रैल के लिए सुरक्षित कर दिया था. करीब आ गई फैसले की घड़ी में उन्‍हें अब भगवान से ही उम्‍मीद है. दरअसल, जोधपुर के कलेक्टर ने जब आसाराम से पूछा, ‘फैसले के बारे में क्या सोच रहे हो बापू, तो आसाराम ने कहा 'होई है वहीं जो राम रचि राखा.' जेल में ही फैसला आसाराम पर चल रहे नाबालिग से रेप मामले में बुधवार 25 अप्रैल को जोधपुर कोर्ट की ओर से जोधपुर सेंट्रल जेल में ही फैसला सुनाया जाएगा. इसके लिए जेल में ही कोर्ट रूम बनाया गया है. धारा 144 लागू, जेल में ही लगेगी कोर्ट आसाराम के समर्थक भले ही फैसले के दिन शांति बनाए रखने का दावा कर रहे हों, लेकिन राजस्थान पुलिस को आशंका है कि फैसले के दिन कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है, इसलिए अभी से जोधपुर में धारा 144 लगा दी गई है और फैसले के दिन कोर्ट भी जेल में ही लगेगी और जेल के अंदर ही फैसला सुनाया जाएगा. यौन उत्‍पीड़न का है आरोप यूपी के शाहजहांपुर की एक नाबालिग लड़की द्वारा कथित तौर पर आसाराम पर जोधपुर स्थित अपने आश्रम में यौन उत्पीड़न का आरोप लगाए गए थे. आश्रम में जिस समय पीड़िता रह रही थी, तब वह 16 साल की थी. दिल्ली के कमला मार्केट थाने में यह मामला दर्ज कराया गया था और उसके बाद जोधपुर स्थानांतरित कर दिया गया. उन पर पॉक्सो और एससी/एसटी एक्ट के तहत कानून की धाराएं लगाई गई हैं. आसाराम को जोधपुर पुलिस ने 31 अगस्त 2013 को गिरफ्तार किया था और तब से वह जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं. पीड़िता के घर की सुरक्षा बढ़ी यूपी में भी पीड़िता के घर के आसपास सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. पुलिस ने बताया कि पीड़िता के परिजनों की लगातार निगरानी की जा रही है. अधिकारी परिवार वालों के संपर्क में हैं. जोधपुर के चप्‍पे–चप्‍पे पर पुलिस तैनात इस बीच फैसले के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस मुख्यालय से पुलिस बल की छह कंपनियां भेजी गई हैं. जोधपुर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है. होटलों और धर्मशालाओं की सघन जांच की जा रही है. आसाराम के आश्रम को खाली करा लिया गया है और पूरी जांच के बाद ही निजी वाहनों और बसों को जोधपुर में प्रवेश दिया जा रहा है. रेलवे स्टेशन पर भी कड़ी जांच की जा रही है. दिल्ली से राजस्थान तक फैसले के बाद कोई अव्यवस्था नहीं फैले, इसके लिए दोनों राज्यों की सरकारों ने पुख्ता इंतजाम कर लिए हैं.

प्रधानमंत्री मोदी की हत्या की साजिश में कोयंबटूर बम धमाके का दोषी गिरफ्तार

सोशल मीडिया पर वायरल हुई बातचीत के ऑडियो क्लिप के आधार तमिलनाडु पुलिस की कार्रवाई नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश रचने वाले एक शख्स को तमिलनाडु पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी इस संबंध में किसी कारोबारी के साथ फोन पर बातचीत कर रहा था. पुलिस ने इसके बाद सूचना मिलने पर कॉल रिकॉर्डिंग की ऑडियो क्लिपिंग निकलवाई और उसे सुना. इस क्लिप में कहा गया है कि पीएम को खत्म कर दो. पुलिस ने इसी आधार पर आरोपी शख्स को गिरफ्तार कर लिया है. यह विवादित क्लिपिंग सोशल मीडिया पर भी वायरल हुई थी. आरोपी : कोयंबटूर के कुनियामुथुर का निवासी रफीक मोहम्मद रफीक पुलिस के अनुसार आरोपी की पहचान कोयंबटूर के कुनियामुथुर निवासी रफीक मोहम्मद रफीक के रूप में हुई है. न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, रफीक साल 1998 में कोयंबटूर बम धमाका मामले में दोषी पाया गया था. 15 दिनों के लिए उसे न्यायिक हिरासत में रखा गया था. पीएम मोदी की हत्या की साजिश रचने को लेकर उसने किसी प्रकाश नाम के कारोबारी से फोन पर बात की थी. फिलहाल, तमिलनाडु पुलिस उस संदिग्ध कारोबारी का पता लगाने के लिए जांच-पड़ताल कर रही है. न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, सोशल मीडिया पर वायरल हुई ऑडियो क्लिप में रफीक और ट्रांसपोर्ट कॉन्ट्रैक्टर के बीच करीब आठ मिनट बातचीत हुई थी. दोनों के बीच शुरू में गाड़ियों को लेकर बात हो रही थी. मगर अचानक बम धमाकों के दोषी ने बोला, “हमने मोदी (पीएम) को खत्म करने का फैसला किया है. हम वहीं हैं, जिन्होंने 1998 में बम धमाके कराए थे. तब अडवाणी (लालकृष्ण आडवाणी) शहर में थे.” ज्ञातव्य है कि कोयंबटूर में साल 1998 में कुछ बम धमाके हुए थे, जिसमें लगभग 58 लोगों की जान चली गई थी. करोड़ों रुपए की संपत्ति का भी नुकसान हुआ था. पुलिस ने बताया, “ऑडियो में बातचीत के दौरान रफीक कॉन्ट्रैक्टर से कह रहा था कि उसके खिलाफ कई मुकदमे हैं और वह 100 से अधिक वाहनों को नुकसान पहुंचा चुका है.” कोयंबटूर पुलिस ने इसके लिए एक विशेष टीम का गठन किया है, जो इस ऑडियो में सुनाई दे रही आवाजों की जांच करेगी. रफीक को इसी बातचीत के आधार पर कोयंबटूर पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन बन सकते हैं बैंक ऑफ इंग्लैंड के प्रमुख

नई दिल्ली : भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन एक बार फिर किसी केंद्रीय बैंक के शीर्ष पद पर अपनी नई पारी की शुरुआत कर सकते हैं. ब्रिटेन के अखबार फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, बैंक ऑफ इंग्लैंड (बीओई) के प्रमुख पद के संभावित दावेदार के तौर पर राजन का नाम आया है. राजन दुनिया के जाने-माने इकोनॉमिस्ट में शामिल हैं और इस पद के लिए उनकी दावेदारी मजबूत है. रिपोर्ट के मुताबिक, मेक्सिको के केंद्रीय बैंक के प्रमुख व बैंक ऑफ इंटरनेशनल सेटलमेंट्स के नए महाप्रबंधक ऑस्टिन कार्स्टन्स के बजाए शिकागो के अति सम्मानित अर्थशास्त्री और आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन को आकृष्ट करना एक अप्रत्याशित कदम होगा. बता दें कि बैंक ऑफ इंग्लैंड ब्रिटेन का सेंट्रल बैंक है. अभी कनाडा के मार्क कार्ने इसके गवर्नर हैं. गैर ब्रिटिश नागरिक के हाथ कमान बैंक के गवर्नर मार्क कार्ने जून 2019 में पद छोड़ देंगे. कनाडा में जन्में मार्क पहले गैर ब्रिटिश नागरिक हैं जिन्हें तीन सदियों में पहली बार इस प्रतिष्ठित बैंक का गवर्नर बनाया गया था. उन्होंने 2013 में गवर्नर पद संभाला था. यूनाइटेड किंगडम के चांसलर फिलिप हैमंड बैंक ऑफ इंग्लैंड के अगले गर्वनर की चयन प्रक्रिया का आगाज कर रहे हैं. हैमंड ने इशारा किया है कार्ने के उत्तराधिकारी के लिए दुनियाभर में खोज जारी है. गैर ब्रिटिश नागरिक के हाथ कमान बैंक के गवर्नर मार्क कार्ने जून 2019 में पद छोड़ देंगे. कनाडा में जन्में मार्क पहले गैर ब्रिटिश नागरिक हैं, जिन्हें तीन सदियों में पहली बार इस प्रतिष्ठित बैंक का गवर्नर बनाया गया था. उन्होंने 2013 में गवर्नर पद संभाला था. यूनाइटेड किंगडम के चांसलर फिलिप हैमंड बैंक ऑफ इंग्लैंड के अगले गर्वनर की चयन प्रक्रिया का आगाज कर रहे हैं. हैमंड ने इशारा किया है कार्ने के उत्तराधिकारी के लिए दुनियाभर में खोज जारी है. गैर ब्रिटिशन बन सकता है गवर्नर हैमंड के इस इशारा के यह मतलब लगाया जा रहा है कि इंग्लैंड की सरकार ने एक और गैर-ब्रिटिश को केंद्रीय बैंक का जिम्मा सौंपने से कतरा नहीं रही है. ध्यान रहे कि मौजूदा गवर्नर मार्क कार्नी भी कनाडा के नागरिक हैं. फाइनेंशियल टाइम्स का लेख कहता है कि यूरोपियन यूनियन से निकलने की तैयारी में जुटे इंग्लैंड उस योग्य व्यक्ति की तलाश में है जिसके नेतृत्व में ब्रेग्जिट का नकारात्मक असर देश पर नहीं पड़े. आरबीआई के गवर्नर रह चुके हैं राजन राजन इस समय शिकागो विश्वविद्यालय के बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस में प्रोफेसर हैं. वह सिंतबर 2013 से लेकर सिंतबर 2016 तक आरबीआई के गवर्नर थे. वह आईएमएफ के पश्चिमी देशों से बाहर से आने वाले और सबसे कम उम्र के पहले मुख्य अर्थशास्त्री व अनुसंधान निदेशक रहे हैं. राजन बैंक ऑफ इंटरनेशनल सेटलमेंट्स के वाइस चेयरमैन के तौर पर भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं. अर्थशास्त्रियों के बीच दौड़ ब्रिटेन का ट्रेजरी डिपार्टमेंट इस पद के लिए जाने-माने अर्थशास्त्रियों की खोज में जुटा है. इस पद को भरने के लिए जल्द आधिकारिक ऐलान भी हो सकता है. आईएमएफ की बैठक के दौरान चांसलर हैमंड ने कहा कि गवर्नर के लिए उनकी खोज शुरू हो चुकी है और जुलाई में इस पोस्ट के लिए...

साईं मंदिर को वॉटर कूलर प्रदान किया झंकार क्लब ने

नागपुर : झंकार क्लब ने साईं मंदिर को आज वॉटर कूलर प्रदान किया. झंकार क्लब की अध्यक्ष श्रीमती अनिता मिश्र ने आज नागपुर के वर्धा रोड स्थित साईं मंदिर में उक्त वॉटर कूलर का उद्घाटन किया. 150 लीटर क्षमता के इस वॉटर कूलर से मंदिर में आने वाले साईं भक्तों को अब शीतल पेयजल उपलब्ध हो सकेगा. इस अवसर पर झंकार क्लब की उपाध्यक्ष श्रीमती रीना कुमार, श्रीमती अंजना झा, श्रीमती प्रगति लभाने, सचिव श्रीमती संगीता दास, कोषाध्यक्ष श्रीमती सुषमा गोखले एवं श्रीमती मीना आज़मी तथा श्रीमती मौसमी सरकार प्रमुखता से उपस्थित थीं. साईं मंदिर ट्रस्ट के सचिव अविनाश शेगांवकर तथा कोषाध्यक्ष राजेंद्र देशमुख एवं अन्य पदाधिकारियों ने झंकार क्लब के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया. झंकार क्लब की पदाधिकारियों ने साईं बाबा की पूजा अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया. झंकार क्लब वेस्टर्न कॉल फील्ड्स लिमिटेड, नागपुर मुख्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों की पत्नियों की संस्था है, जो सामाजिक कार्यों में जुटी रहती है.