आईआरसीटीसी के फर्जी आईडी से बनाए गए 1.76 लाख के ई-टिकिट बरामद

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नागपुर में मध्य रेल व द.पू.म. रेलवे के आरपीएफ ने तीन एजेंटों पर की कार्रवाई

विपेन्द्र कुमार सिंह
नागपुर :
नागपुर में रेल टिकिटों के फर्जीवाड़े का बड़ा खुलासा हुआ है. मंगलवार को रेलवे सुरक्षा बल द्वारा की गई कार्रवाई में 1 लाख 76 हजार 680 रुपए की ई-टिकिट बरामद हुई है. मध्य रेल के नागपुर मंडल और दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा खामला की सिंधी कॉलोनी स्थित श्रीराम टूर्स एंड ट्रैवल्स के संचालक आरोपी जितेंद्र वासवानी के पास से 20 फर्जी आईडी भी बरामद की गई है.

फर्जीवाड़े में आईआरसीटीसी के अधिकृत एजेंट शामिल
बुधवार को यहां मध्य रेल के आरपीएफ आयुक्त ज्योति कुमार सतीजा और दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के आरपीएफ आयुक्त आशुतोष पाण्डेय ने संयुक्त पत्र परिषद में कार्रवाई की जानकारी दी. मध्य रेल के आरपीएफ आयुक्त सतीजा ने बताया कि लगातार की गई तीन कार्रवाई में आरोपी आईआरसीटीसी के अधिकृत एजेंट शामिल हैं. ये एजेंट फर्जी आईडी के दम पर बल्क में प्रीमियम तत्काल की टिकिट बनाते थे और फिर मनमानी कीमत पर जरूरतमंद यात्रियों को बेच देते थे.

करोड़ों का जाली ई टिकिट का कारोबार सिर्फ नागपुर में?
सतीजा के मुताबिक जाली ई टिकिट का कारोबार सिर्फ नागपुर में करोड़ों का होने का अनुमान है. उन्होंने कहा कि इस रैकेट को ध्वस्त करने के लिए शीघ्र ही एक बड़ा अभियान चलाया जाएगा. उन्होंने बताया कि आरपीएफ ने जिन तीन एजेंटों पर कार्रवाई हुई है, उनका लाइसेंस रद्द करने के संबंध में आईआरसीटी से आग्रह किया गया है.

रेलवे अधिकारी और कर्मचारियों की मिलीभगत की आशंका
नागपुर में ई टिकिटों के फर्जीवाड़े में रेलवे के कुछ अधिकारी और कर्मचारियों पर भी मिलीभगत की आशंका जताते हुए दोनों मंडलों के आरपीएफ आयुक्तों ने बताया कि गिरफ़्त में लिए गए आरोपियों के फोन की सीडीआर रिपोर्ट निकाली जा रही है. इससे आरोपियों से संबंध रखने वाले अन्य लोगों की जानकारी सामने आएगी. नागपुर में पकड़े गए आरोपी आईआरसीटीसी में हासिल अधिकृत आईडी के अलावा डमी सॉफ्टवेयर की मदद से भी टिकिट की कालाबाजारी कर रहे थे.

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