नागपुर एजी ऑफिस के दो ऑडिटकर्मी वाशिम में रिश्वत लेते सीबीआई की गिरफ्त में

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ग्रामपंचायत की ऑडिट रिपोर्ट अच्छी श्रेणी का देने के लिए की थी रिश्वत की मांग

नागपुर : वाशिम जिले के काटा ग्रामपंचायत की ऑडिट रिपोर्ट को बढ़िया श्रेणी देने के लिए 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगने वाले केंद्र सरकार के नागपुर स्थित महालेखाकार कार्यालय (एकाउंटेंट जेनरल, एजी) के दो लेखा अधिकारयों महेंद्र जोगेश्वर शुक्ला (वरिष्ठ लेखाधिकारी) और विजय आनंदराव नंदनवार (लेखाधिकारी) को वाशिम के एक होटल से गुरुवार, 19 अप्रैल को सीबीआई की नागपुर की टीम ने गिफ्तार किया.

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार काटा की पंचायत समिति और ग्रामपंचायत के एक अधिकारी से दोनों लेखाधिकारियों शुक्ला और नंदनवार ने मनमाफिक ऑडिट रिपोर्ट देने और ऑडिट रिपोर्ट में न्यूनतम आपत्तियां दर्शाने के लिए 10 हजार रुपए रिश्वत की मांग की.

ग्रामपंचायत के कार्य ठीकठाक होने और कोई गड़बड़ी नहीं होने के बावजूद अच्छी रिपोर्ट के लिए रिश्वत मांगने की उनकी हमेशा की इस आदत पर उक्त अधिकारी ने सीबीआई की नागपुर यूनिट के अधीक्षक विजयेंद्र बिदारी से शिकायत की. शिकायत की जांच करवाने के बाद सीबीआई अधीक्षक ने अपने स्थानीय अधिकारियों को कार्रवाई का आदेश दिया.

सीबीआई टीम की रणनीति के अनुसार पंचायत के काम का ऑडिट करने के बाद रिश्वत की रकम लेने के लिए शिकायतकर्ता ने शुक्ला और नंदनवार को वाशिम के एक होटल में बुलाया. गुरुवार की दोपहर होटल में रिश्वत की रकम स्वीकार करते हुए सीबीआई की टीम ने दोनों को धर-दबोचा. प्राप्त जानकारी के अनुसार दोनों से पूछताछ और आगे की कार्रवाई सीबीआई टीम ने पूरी कर ली है.

रिश्वत के लिए एजी आफिस के इन दो ऑडिटरों की गिरफ्तारी यहां यहां महालेखाकार कार्यालय पहुंचते ही कार्यालय में हड़कंप मच गया. सभी अधिकारी एवं ऑडिटरों को मानो सांप सूंघ गया है.

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