नई दिल्ली : देश का 150 साल पुराना और सबसे लोकप्रिय ब्रांड हॉर्लिक्स बिकने जा रहा है. ब्रिटेन की फार्मास्युटिकल कंपनी ग्लेक्सोस्मिथक्लाइन न्यूट्रिशन प्रोडक्ट्स बेचने वाली है. इसे बेचकर वह अपनी हेल्थकेयर सब्सिडियरी में हिस्सेदारी कम कर सकती है.
काफी बड़ा बाजार है भारत में हॉर्लिक्स का
13 अरब डॉलर की नोवार्टिस डील के लिए उसे और पैसों की जरूरत है. हॉर्लिक्स ब्रांड की बिक्री इस डील की फंडिंग के लिए की जा सकती है. गौरतलब है कि हॉर्लिक्स का भारत में काफी बड़ा बाजार है. कंपनी की भारतीय सब्सिडियरी में 75 फीसदी न्यूट्रिशन प्रोडक्ट्स का है. भारत जीएसटी के लिए दूसरा सबसे बड़ा मार्केट है.
नेस्ले, यूनिलीवर खरीदने की रेस में
इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के अनुसार इस डील की डिटेल्स अभी पूरी तरह साफ नहीं है. लेकिन यह पता चला है कि नेस्ले और यूनिलीवर इसे भी खरीदने की रेस में हैं.
मिलेंगे 50,00 करोड़ रुपए
हॉर्लिक्स और जीएसके के अन्य न्यूट्रिशन प्रोडक्ट्स की बिक्री से कंपनी को लगभग 5000 करोड़ रुपए मिल सकते हैं. हालांकि, कंपनी अपने कंज्यूमर हेल्थकेयर बिजनेस में लगातार निवेश करती रहेगी.