विद्यार्थियों में बढ़ते व्यसन की रिपोर्ट से जिला परिषद का शिक्षा विभाग चिंतित

नागपुर जिले की शालाओं में तम्बाकू मुक्ति अभियान शुरू, व्यसनी शिक्षक बनेंगे निशाना

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नागपुर : एक रिपोर्ट के अनुसार नागपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों में तम्बाकू और खर्रे का व्यसन बढ़ता जा रहा है. शिक्षा विभाग ने इस रिपोर्ट को गंभीरता से लिया है और जिले की सभी शालाओं में “तम्बाकू-खर्रा मुक्ति अभियान” चलाने का निर्णय किया है.

व्यसनी शिक्षक बनेंगे निशाना

इस अभियान के प्रथम टार्गेट जिले के सभी व्यसनी शिक्षकों को बनाया जा रहा है. विद्यार्थियों को तम्बाकू और खर्रे से दूर करने के लिए शिक्षकों पर पहले कार्रवाई का अच्छा परिणाम मिलाने की संभावना है. शिक्षकों को तम्बाकू-खर्रे का सेवन करता देख विद्यार्थियों में भी यह बुरी लत बढ़ती जा रही है. इसलिए पहले तम्बाकू-खर्रा खाने वाले शिक्षकों पर जिला परिषद के शिक्षा विभाग ने पहले कार्रवाई करने का निर्णय किया गया है.

चालू सत्र से ही शुरुआत

नागपुर जिले में जिला परिषद की कुल 1,049 प्राथमिक शालाएं, 515 उच्च प्राथमिक शाला और 16 माध्यमिक शालाएं हैं. सभी शालाओं को तम्बाकू-खर्रा मुक्त करने के लिए इसी सत्र से कार्रवाई की शुरूआत की जाएगी.

डॉ. राजहंस वंजारी जिला समन्वयक नियुक्त

जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. कादंबरी बलकवड़े के निदेर्शानुसार शिक्षणाधिकारी दीपेंद्र लोखंडे ने 8 जनवरी को मनपा के डॉ. राममनोहर लोहिया माध्यमिक शाला के सहायक शिक्षक डॉ. राजहंस वंजारी को जिला समन्वयक पद पर नियुक्त किया है.

आकस्मिक निरीक्षण करेंगे

डॉ. वंजारी जिले के किसी भी शाला में पहुंचकर उसका आकस्मिक निरीक्षण करने वाले हैं, और शाला में उपस्थित शिक्षकों को यदि व्यसन करता पाया तो डॉ. वंजारी संबंधित शिक्षक की रिपोर्ट शिक्षण विभाग को देंगे. इसके बाद शिक्षण विभाग की ओर से व्यसनी शिक्षकों पर कार्रवाई किया जाएगा.

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