दूल्हा एक, दुल्हन दो, वो भी सगी बहनें

मामा की बड़ी बेटी से बचपन में ही तय कर दी गई थी शादी, लेकिन शर्त... नांदेड़ (महाराष्ट्र ) : नांदेड़ जिला मुख्यालय से 82 किलोमीटर दूर बिलोली तहसील का कोटग्याल गांव पिछले कुछ दिनों से पूरे राज्य में चर्चा का विषय बना हुआ है. दरअसल इस चर्चा की वजह 5 मई को यहां हुई एक शादी है, जिसमें दूल्हा तो एक था लेकिन दुल्हन दो थीं. धुरपता और राजश्री शिरगिरे दोनों सगी बहनें हैं और इन्होंने साईनाथ उरेकर से शादी की है. 60 साल के गंगाधर शिरगिरे की तीन बेटियां हैं- राजश्री, धुरपता और ज्योति. बेटा न होने के कारण वह अपनी बहन के लड़के साईनाथ उरेकर को बचपन में ही अपने घर लेकर आए, वह तब से उनके साथ रहते आ रहे हैं. दुल्हन की शर्त थी-बड़ी बहन को भी अपनाना होगा बताया गया कि बचपन में साईनाथ की शादी धुरपता से करना तय किया गया था. लेकिन धुरपता बचपन से ही मंदबुद्धि है और वह हमेशा ही बीमार रहती है. धुरपता का इलाज नहीं हो पाने के कारण उसकी शादी राजश्री के साथ करने का फैसला लिया गया. लेकिन राजश्री ने साईनाथ के सामने शर्त रख दी कि "अगर मुझसे शादी करनी है तो मेरी बड़ी बहन को भी अपनाना होगा." राजश्री की यह शर्त साईनाथ ने भी मान ली और 5 मई 2018 को उनकी शादी हो गई. कानून के डर से शिरगिरे परिवार परेशान दूल्हा दुल्हन के परिवार की मानसिक स्थिति जानने के लिए बीबीसी की टीम ने गांव के कुछ और लोगों से बातें की. उनमें से एक संतोष पाटिल ने बताया, "कानून के डर से शिरगिरे परिवार परेशान है और उन्हें काउंसलिंग की जरूरत है." संतोष बताते हैं कि इस शादी की वजह से पारंपरिक तौर तरीकों से चलते आ रहे हमारे गांव की चर्चा अब सभी जगह हो रही है, इसलिए शिरगिरे परिवार में थोड़ी बेचैनी है. कानूनन दो शादियां करना है गुनाह इस मामले में अधिक जानने के लिए बीबीसी की टीम ने वकील असीम सरोदे से बात की. उन्होंने बताया, "क़ानून के अनुसार दो शादियां करना गुनाह है. आप एक साथ दो पत्नी नहीं रख सकते. इस मामले में, इनमें से अगर कोई एक बहन चाहेगी तो केस दर्ज हो सकता है. इस तरह की शादियां न हों, यह महिला और बाल कल्याण विभाग की ज़िम्मेदारी होती है. ये लोग इस पर स्वतः कार्रवाई भी कर सकते हैं. उनके पास आए हुए रिपोर्ट या न्यूज़ के अनुसार वो लोग कार्रवाई भी कर सकते हैं." दोनों से शादी करने में भावनात्मक अपील ज्यादा, अपराध करना उद्देश्य नहीं वकील सरोदे कहते हैं, "मामले को दर्ज किया जाना आसान है. लेकिन देखा जाए तो जिस उद्देश्य से उस लड़के ने दोनों बहनों से शादी की उसमें भावनात्मक अपील ज्यादा दिखता है. इसका मतलब यह है कि अपराध करना उनका उद्देश्य नहीं था." उन्होंने कहा, "इस मामले में क़ानून का शिकंजा कसने से फ़ायदा नहीं होगा. सभी लोगों को मिल कर इसका हल निकालना चाहिए."

बूढ़े मां-बाप पर किसी भी प्रकार का अत्याचार करने वालों पर बढ़ने वाली है...

प्रस्तावित अधिनियम में दत्तक पुत्र-पुत्री, सौतेले बच्चे, दामाद, बहू, पोता-पोती भी कानूनी रूप से होंगे वैध अभिभावक नई दिल्ली : केंद्र सरकार बूढ़े मां-बाप पर किसी भी प्रकार की अत्याचार करने वालों पर सजा बढ़ाने पर विचार कर रही है. अभी इसकी सजा 3 महीने है. सूत्रों के अनुसार इसे बढ़ाकर 6 महीने कर दिया जाएगा. सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के सूत्र ने बताया कि 'मेनटिनेंस ऐंड वेलफेयर ऑफ पैरंट्स ऐंड सीनियर सिटिजन (एमडब्ल्यूपीएससी) ऐक्ट-2007' की समीक्षा की जा सकती है. इसमें बच्चों की परिभाषा का विस्तार करने का भी प्रस्ताव है. इस परिभाषा में दत्तक पुत्र/पुत्री, सौतेले बच्चे, दामाद, बहू, पोता/पोती भी कानूनी रूप से वैध अभिभावक के तौर पर दर्ज किए जाएंगे. मौजूदा अधिनियम के में केवल बायलॉजिकल बच्चे ही अभिभावक के अंतरगत आते हैं. मंत्रालय ने एमडब्ल्यूपीएससी ऐक्ट-2018 का प्रारूप पेश कर दिया है. मंजूरी मिलने बाद यह लागू हो जाएगा. इस प्रारूप में महीने के 10,000 रुपए के मेंटिनेंस के अलावा भी कुछ करने का प्रस्ताव रखा गया है. एक अधिकारी ने बताया, 'जो लोग ज्यादा कमाते हैं, उन्हें अपने माता-पिता को ज्यादा रुपए देने चाहिए. इसमें खाना, कपड़ा, रहने और स्वास्थ्य के अलावा सुरक्षा भी शामिल होनी चाहिए.' वर्तमान कानून के तहत बुजुर्गों को अधिकार दिया गया है कि वह 10,000 रुपए अपने बच्चों से ले सकते हैं. अगर बच्चे ऐसा करने से इनकार करते हैं तो वे मेंटिनेंस ट्राइब्यूनल जा सकते हैं.

वजहें अनेक बताई जा रही हैं औरंगाबाद हिंसा की

पिछले कई दिनों से सुलग रही थी दो समुदायों के बीच तनाव की चिंगारी औरंगाबाद (महाराष्ट्र) : औरंगाबाद में शुक्रवार रात को हुई हिंसा के पीछे सिर्फ नल कनेक्शन का विवाद नहीं है, बल्कि और भी वजहें सामने आई हैं. पहली वजह बताई जाती है कि शाहगंज में 3 करोड़ रुपए की लागत से ऐतिहासिक सरदार बल्लभ भाई पटेल पुतले का नूतनीकरण किया जाना है लेकिन, वहां पान टपरी लगाने वाले हटने के लिए तैयार नहीं हैं. इससे धार्मिक वैमनस्य बढ़ा. दूसरा, शाहगंज बाजार पेठ में दुकानों के सामने ठेला लगता है. व्यापारियों ने पार्षद लच्छू पहलवान से इसकी शिकायत की थी. लच्छू पहलवान ने फेरीवालों को हटाने के लिए महानगर पालिका को पत्र दिया था. इससे एक गुट भड़क गया था. तीसरी वजह है अधिक भयंकर इस हिंसा के पीछे जो तीसरी वजह है, वह अधिक भयंकर है. बताया गया है कि कुछ दिन पहले शाहगंज में एक व्यक्ति ने आम खरीदा था, जिसमें से अधिकतर आम खराब निकले. खराब आम बदलने के लिए जब व्यक्ति दुकानदार के पास गया तो कई लोगों ने मिलकर उसे पीट दिया था. शिवसेना के नेताओं ने बताई एक और कारण एक और कारण शिवसेना के नेताओं ने बताई है. उनके अनुसार हिंसाग्रस्त इलाके में एक महिला से छेड़छाड़ की गई थी. इसके बाद दो समुदाय एक दूसरे से भिड़ गए थे. तब स्थिति इतनी तनावपूर्ण नहीं हुई थी लेकिन, हिंसा शुरू होने पर विवाद की सारी कड़ियां जुड़ती चली गईं जिससे मामला बढ़ गया. दम घुटकर हुई दिव्यांग जगनलाल की मौत हिंसा की आग में दिव्यांग जगनलाल बंसीले (62) और अब्दुल हारून कादरी (17) की मौत हो गई. पता चला है कि जगनलाल के घर के बाहर उपद्रवियों ने उत्पात मचाया. इस दौरान घर में आग लग गई, जिससे उनकी मौत हो गई. वहीं, अब्दुल पुलिस की प्लास्टिक बुलेट से घायल हुआ था. उसे एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था. शनिवार की सुबह उसकी मौत हो गई. लच्छू पहलवान पर कार्रवाई की मांग की ओवैसी ने एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने इस घटना के लिए पार्षद लच्छू पहलवान की भूमिका की जांच मांग ट्वीट कर की है. उन्होंने महाराष्ट्र सरकार से इलाके में शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल भेजने की भी अपील की है.

तेज प्रताप-ऐश्वर्या की हुई शादी, सीएम नीतीश कुमार ने भी दिया आशीर्वाद

वेटनरी कॉलेज परिसर में हुए सभी वैवाहिक कार्यक्रम, दिग्गज नेताओं समेत हजारों हुए शामिल सीमा सिन्हा पटना : राजद प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप की शादी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दारोगा प्रसाद की पोती ऐश्वर्या राय के साथ आज रात संपन्न हो गई. करीब 70 हजार लोगों की मौजूदगी में पूरे शाही अंदाज में दोनों एक दूसरे के हो गए. इससे पूर्व विवाह स्थल पटना के वेटनरी कॉलेज के मैदान में बने मंडप पर जयमाल का कार्यक्रम संपन्न हुआ. इससे पहले पिता चंद्रिका प्रसाद राय के घर से दुल्हन अपने सगे संबंधियों के साथ वेटनरी कॉलेज पहुंची. थोड़ी देर बाद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव की बारात लालू के आवास से वेटनरी कॉलेज के लिए ढोल-नगाड़ों के साथ निकल कर वहां पहुंची. बारात की शान देखने मार्ग पर लगी रही लोगों की भीड़ हाथी, घोड़े, ऊंट के अलावा सैकड़ों गाड़ियों के काफिले के साथ निकली बारात को देखने भर के लिए लालू आवास से लेकर वेटनरी कॉलेज मैदान तक लोगों के भारी भीड़ लगी रही. दूल्हे की गाड़ी में पिछली सीट पर पिता लालू प्रसाद यादव और माता राबड़ी देवी बैठे थे. नाचे झूमते हुए बारातियों की टोली कुछ ही देर में वेटनरी कॉलेज मैदान पहुंची. वहां वेटनरी मैदान में बने भव्य मंच पर जयमाला की रस्म पूरी की गई. यहीं मेहमानों के लिए प्रीतिभोज का आयोजन किया गया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिया तेज प्रताप- ऐश्वर्या को आशीर्वाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी सारे राजनीतिक गिले-शिकवे भुलाकर तेजप्रताप यादव की शादी में पहुंचे. उन्होंने लालू यादव और तेजस्वी से मुलाकात की. लालू ने उनका हाथ मिलाकर जोरदार स्वागत किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समारोह में पहुंचकर तेज प्रताप- ऐश्वर्या को आशीर्वाद दिया. अनेक दिग्गल नेता भी पहुंचे इस हाई प्रोफाइल शाही शादी में यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, डिंपल यादव, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, सांसद सुभाष चंद्र, मंत्री आरके सिंह, मीरा कुमार, शरद यादव समेत कई राज्यों से आए राजनेताओं ने वर-वधू को आशीर्वाद दिया.

कर्नाटक में 70 फीसदी मतदान, एग्जिट पोल के नतीजे भी आ गए

अनुमानों के मुताबिक कांग्रेस और भाजपा दोनों बहुमत से दूर, जेडीएस निभा सकता है किंगमेकर की भूमिका नई दिल्ली : कर्नाटक में 222 विधानसभा सीटों पर मतदान खत्म हो गया, चुनाव आयोग ने बताया है कि शाम 6 बजे तक राज्य में 70 फीसदी मतदान हुए. मतदान खत्म होने के साथ ही तमाम एग्जिट पोल के नतीजे भी सामने आ गए हैं. सभी 5 प्रमुख समाचार चैनलों के एग्जिट पोल बताते हैं कि राज्य में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है. कुछ एग्जिट पोल में भाजपा आगे है तो कुछ में कांग्रेस. वहीं जेडीएस किंगमेकर की भूमिका निभा सकती है. हालांकि, राज्य में दोनों दल भाजपा और कांग्रेस अपनी-अपनी सरकार बनाने के दावे कर रहे हैं. विधानसभा चुनाव के नतीजे 15 मई को आएंगे. कुल 5 एग्जिट पोल के नतीजे इस प्रकार हैं- 1. टाइम्स नाउ-वीएमआर के एग्जिट पोल में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिल रहा है. हालांकि यहां कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के रूप में दिख रही है. सर्वे के मुताबिक, भाजपा को 80-93, कांग्रेस को 90-103 और जेडीएस को 31-39 सीटें मिलने का अनुमान है. 2. आजतक-एक्सिस के एग्जिट पोल में भी कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनेगी. सर्वे में कांग्रेस को सत्ता मिलने की संभावना भी दिख रही है. कांग्रेस को 106-118 सीटें मिलती दिख रही हैं. वहीं भाजपा और 79-92 और जेडीएस को 22-30 सीेटें मिलने का अनुमान है. 3. एबीपी-सी वोटर के एग्जिट पोल में कांग्रेस पर भाजपा भारी पड़ती दिख रही है. सर्वे में भाजपा को सबसे ज्यादा 101-103 सीटें मिलने की संभावना है. जबकि कांग्रेस को 82-94 और जेडीएस को 18-31 सीटें मिल सकती हैं. 4. न्यूज एक्स-सीएनएक्स के सर्वे में त्रिशंकु विधानसभा के आसार बनते दिख रहे हैं. इस एग्जिट पोल में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है. हालांकि, भाजपा को सबसे ज्यादा 102-110 सीटें मिलती दिख रही हैं. कांग्रेस को 72-78 और जेडीएस को 35-39 सीटें मिलने का अनुमान है. 5. रिपब्लिक-जन की बात के एग्जिट पोल में भाजपा राज्य में सरकार बना सकती है. इस एग्जिट पोल में भाजपा को 95-114 सीटें मिलती दिख रही हैं. जबकि कांग्रेस को 73-82 और जेडीएस को 32-43 सीटें मिल सकती हैं.

भाजपा के लिए आसान नहीं रहा तीन जिलों से विधान परिषद चुनाव

कांग्रेस का सशक्त उम्मीदवार मुकाबले में होने से राह कठिन होने के संकेत रवि लाखे वर्धा : चंद्रपुर, गढ़चिरोली और वर्धा जिलों के स्थानीय स्वशासन चुनाव क्षेत्र से विधान परिषद के चुनाव के लिए राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा समेत शिवसेना, और कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. भाजपा के लिए सुरक्षित माने जा रहे इस चुनाव क्षेत्र में अब सीधे मुकाबले के स्थिति पैदा हो गई है. भारतीय जनता पार्टी ने डॉ. रामदास आंबटकर अपना उम्मीदवार बनाया है. लेकिन कांग्रेस ने राजेश सराफ के पिता इंद्रकुमार सराफ को उम्मीदवार बना कर भाजपा की राह कठिन बना दी है. इंद्रकुमार सराफ वर्धा के नगराध्यक्ष रहे हैं. उनका नगराध्यक्ष का कार्यकाल अच्छा रहा था. साथ ही उनकी वर्धा सहित चंद्रपुर और गढ़चिरोली के मतदाताओं पर भी पकड़ अच्छी बताई जाती है. ऐसे में इंद्रकुमार सराफ द्वारा कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में आ जाने से चुनावी रंग-रूप बदल जाने के संकेत मिलने रहे हैं. इधर वर्धा के नगर सेवक जगदीश टावरी , हालांकि निर्दलीय के रूप में नामांकन भरा था, लेकिन उन्होंने डॉ. आंबटकर को समर्थन देने की घोषणा कर दी है. लेकिन दूसरी ओर राष्ट्रवादी कांग्रेस के पूर्व विधायक राजू तिमांडे के पुत्र सौरभ तिमांडे बगावत कर मैदान में अपना बिगुल भी फूंक दिया है. भाजपा को पहले इस बात का भरोसा था कि यह क्षेत्र उसके उम्मीदवार के लिए निर्विरोध या बिलकुल ही आसान होगा, लेकिन शिवसेना से युति नहीं हो पाना और कांग्रेस द्वारा सशक्त उम्मीदवार को मुकाबले में खड़े कर देने से भाजपा की राह कठिन होने के संकेत मिल रहे हैं.

महाराष्ट्र में अब सरकारी कामकाज केवल मराठी में करने का आदेश

बाबुओं से लेकर मंत्रियों तक सभी के लिए अनिवार्य, संचालनालयों, महामंडलों, सरकारी उपक्रमों पर भी लागू मुंबई : महाराष्ट्र सरकार ने सरकारी कामकाज में मराठी को सख्ती से लागू करने का फैसला किया है. इसके लिए जारी किए गए सरकार के शासनादेश (जीआर) में कार्यालयीन कामकाज में सिर्फ मराठी का इस्तेमाल करने की हिदायत दी गई है. महाराष्ट्र के सरकारी कार्यालयों में अधिकारियों और कर्मचारियों को अंग्रेजी का इस्तेमाल बंद करना होगा. 'मराठी भाषा दक्षता अधिकारी' की नियुक्ति होगी इस आदेश के प्रभावी किर्यान्वयन के लिए मराठी भाषा में काम न करने वाले बाबुओं पर नजर रखने के लिए सरकार ने ‘मराठी भाषा दक्षता अधिकारी’ की नियुक्ति करने का भी फैसला किया है. जो सरकारी कामकाज में सभी स्तर के बाबुओं पर नजर रखेगा. मराठी का उपयोग नहीं करने वालों की पदोन्नति और वेतनवृद्धि भी प्रभावित हो सकती है. बाबुओं के लिए आदेश- 1. सरकारी योजनाओं की जानकारी जन सामान्य को देने और उनके बारे में दूरभाष पर चर्चा करते समय सभी संबंधित सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए मराठी भाषा का उपयोग करना अनिवार्य होगा. 2. वरिष्ठ अधिकारियों को किसी सभा या बैठक में भाषण करते समय अपनी बात मराठी में रखना जरूरी होगा. 3. मंत्रिमंडल की बैठक और वरिष्ठ स्तर पर होने वाली समकक्ष बैठकों में अधिकारियों के तमाम प्रस्तुतिकरण (प्रजेंटेशन) प्रमुखता से मराठी में होना आवश्यक. 4. मंत्रालय के विभिन्न विभागों और उनके नियंत्रण में आने वाले विभागों और अन्य कार्यालयों द्वारा जनता से होने वाला पत्र व्यवहार और सरकारी कामकाज मराठी भाषा में किया जाना अनिवार्य. …तो रुकेगी पदोन्नति, वेतन वृद्धि जो अधिकारी या कर्मचारी सरकारी कामकाज की भाषा के रूप में मराठी का इस्तेमाल नहीं करेगा, उसके लिए सरकार ने सख्त सजा का प्रावधान किया है. ऐसे अधिकारियों और कर्मचारियों की एक पदोन्नति और एक वेतन वृद्धि रोक दी जाएगी. इसीलिए अब हर अधिकारी को फाइलों पर मराठी में ही टिप्पणी लिखनी होगी. आदेश मंत्रियों पर भी लागू मंत्रालयों के विभिन्न विभागों में मंत्रियों और सचिवों जैसे वरिष्ठ स्तर पर लिखी जाने वाली टिप्पणियां और आदेश अनिवार्य रूप से मराठी भाषा में होने चाहिए. मंत्रियों और राज्य मंत्रियों से आग्रह किया गया है कि वे अपने पास आने वाली हर फाइल और प्रकरण को मराठी में प्रस्तुत करें. संचालनालयों, महामंडलों, सरकारी उपक्रमों के लिए भी जरूरी सरकार का यह फैसला सभी सरकारी विभागों, उनके अंतर्गत आने वाले संचालनालयों, महामंडलों, सरकारी उपक्रमों और उनके द्वारा आयोजित होने वाले सभी समारोहों के निमंत्रण पत्रों, सूचनाओं और विज्ञापनों पर लागू होगा. जरूरी हो तो…चलेगी अंग्रेजी हालांकि सरकार ने यह भी आदेश दिया है कि जहां बहुत ज्यादा जरूरी हो, वहां समारोहों के निमंत्रण पत्र मराठी और अंग्रेजी- दोनों भाषाओं में छापे जाएं.

लालू को मिली 3 दिनों की पैरोल, खबर मिलते ही बढ़ी पटना निवास की...

रिम्स से पहुंचे बिरसा मुंडा सेन्ट्रल जेल, कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद रवाना होंगे एयरपोर्ट के लिए बरुण सिन्हा/सीमा सिन्हा रांची/पटना : आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के पैरोल को लेकर बरकरार सस्पेंस खत्म हो गया है. जेल आईजी हर्ष मंगला ने उनके पैरोल को मंजूरी दे दी है. लालू को तीन दिनों की पैरोल मिली है. पैरोल मिलने के बाद अब उन्हें रिम्स (राजेंद्र इंस्टीच्यूट ऑफ मेडिकल सायंस) से बिरसा मुंडा सेन्ट्रल जेल ले जाया जाएगा, जहां कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद उन्हें पटना जाने दिया जाएगा. यात्रा के लिए फिट हैं, लेकिन मेडिकल फिट नहीं हैं उनकी यात्रा को लेकर बुधवार देर रात रिम्स में डॉक्टरों की बैठक हुई थी. रिम्स की रिपोर्ट में कहा गया कि लालू प्रसाद यात्रा के लिए फिट हैं, लेकिन मेडिकल फिट नहीं हैं. बताया गया कि वे शाम की प्लाइट से पटना जाएंगे.इससे पहले पिछले 36 घंटे से लालू प्रसाद को पैरोल मिलने पर संशय था. पैरोल मिलने के साथ ही उनके बेटे तेजप्रताप की शादी में शरीक होने का रास्ता भी साफ हो गया है. पैरोल मिलने के बाद लालू रांची से 5.55 की फ्लाइट से पटना पहुंचेंगे और पारिवारिक समारोह में भाग लेंगे. इससे पहले पैरोल मिलने में हो रही देरी से लालू परिवार में निराशा देखी जा रही थी. पैरोल की खबर आते ही उनके आवास पर रौनक हम्मरी पटना संवाददाता सीमा सिन्हा के अनुसार लालू प्रसाद यादव को पैरोल मिलने की खबर आते ही पटना स्थित उनके आवास पर भी रौनक बढ़ गई है. आज तेजप्रताप की हल्दी की रस्म होनी है, जिसके बाद 12 मई को बारात निकलेगी और पटना के वेटनरी कॉलेज समेत चंद्रिका राय के आवास पर तेजप्रताप की शादी होगी.

पीएम मोदी की हत्या की तैयारी कर रहे दो आईएस आतंकियों के विरुद्ध आरोपपत्र...

सूरत निवासी उबैद मिर्जा स्नाइपर राइफल से नरेंद्र मोदी की करना चाहता था हत्‍या, अंकलेश्‍वर से हुआ था गिरफ्तार अहमदाबाद : गुजरात पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने कुख्यात आतंकवादी संगठन आईएस के कथित ऑपरेटिव के मामले में हाल ही में अंकलेश्‍वर के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी आर.डी. मेहता की अदालत में एक आरोपपत्र दाखिल की है. इसमें कहा गया है कि आईएस का संदिग्‍ध ऑपरेटिव उबैद मिर्जा पीएम नरेंद्र मोदी की स्नाइपर राइफल से हत्‍या करना चाहता था और उसने इसका इरादा एक मेसिजिंग ऐप पर जाहिर किया था. गुजरात एटीएस ने मोबाइल फोन और पेन ड्राइव से उसके सन्देश को हासिल कर लिया है. पेशे से वकील मिर्जा और लैब टेक्निशन कासिम स्तिमबेरवला को गुजरात एटीएस ने अंकलेश्‍वर से 25 अक्‍टूबर 2017 को गिरफ्तार किया था. ये दोनों सूरत के रहने वाले हैं. जमैका भागना चाहता था कासिम एटीएस के एक अधिकारी ने बताया, 'कासिम ने गिरफ्तारी से 21 दिन पहले अपने पद से इस्‍तीफा दे दिया था. वह जमैका भागना चाहता था ताकि कट्टरपंथी मौलवी शेख अब्‍दुल्‍लाह अल फैसल के साथ जिहादी मिशन में शामिल हो जाए. कासिम ने इसके लिए जमैका में नौकरी के लिए आवेदन किया था और एक वर्क परमिट हासिल किया था.' आरोपपत्र में बताया गया है कि 10 सितंबर 2016 को मिर्जा ने संदेश भेजा, 'पिस्‍तौल खरीदना है और उसके बाद मैं उनसे संपर्क करने का प्रयास करूंगा.' हालांकि यहां पर 'उनसे' शब्‍द का इस्‍तेमाल किसके लिए किया गया है, यह स्‍पष्‍ट नहीं है. आरोपपत्र के अनुसार मिर्जा को रात 11.28 बजे खुद को फेरारी बताने वाले एक व्‍यक्ति से संदेश मिला, 'ठीक, मोदी को स्नाइपर राइफल से मारते हैं.' एटीएस ने बताया कि इस मामले में अनेक संदिग्‍ध लोग भी गवाह बन गए और उन्होंने उन दोनों के इरादों की तस्दीक भी कर दी, तभी यह गिरफ्तारी संभव हो पाई.

नाग विदर्भ चेंबर ने किया सेंट्रल व दक्षिण-पूर्व रेलवे के अधिकारियों का सत्कार

होम प्लेटफार्म 8 से हावड़ा की ओर की ट्रेनों को स्टॉपेज देने पर हो रही समस्या से अवगत कराया नागपुर : नाग विदर्भ चेम्बर ऑफ कॉमर्स की ओर से बुधवार को यहां सेंट्रल रेलवे के नए पदस्थापित डीआरएम सोमेशकुमार और वरिष्ठ डीसीएम के.के. मिश्रा सहित दक्षिण-पूर्व-मध्य रेलवे के नए पदस्थापित वरिष्ठ डीसीएम आशुतोष श्रीवास्तव का शाल श्रीफल बुके देकर उनके कार्यालय में सत्कार किया गया. यह सत्कार चेम्बर की रेलवे सब कमेटी के संयोजक ZRUCC सदस्य प्रताप मोटवानी के संयोजन में चेम्बर के उपाध्यश और सेंट्रल रेलवे के DRUCC सदस्य अश्विनभाई मेहाडिया, महासचिव और दक्षिण-पूर्व-मध्य रेलवे के DRUCC सदस्य संजयभाई अग्रवाल और चेम्बर के सहसचिव रामविलासजी तोतला ने किया. इस अवसर पर रेलवे के संदर्भ में आयोजित चर्चा में चेम्बर ने बताया कि होम प्लेटफार्म 8 से जो हावड़ा से जाने वाली ट्रेनों को स्टॉपेज दिया गया है. लेकिन वहां सुविधाएं नहीं होने से यात्रियों को परेशानी हो रही है. उस संदर्भ में वरिष्ठ डीसीएम मिश्रा ने बताया कि यात्रियों को होने वाली असुविधा से अब ज्यादातर ट्रेनों का स्टापेज पूर्ववत प्लेटफार्म में वापस कर दिया है. कुछ ट्रेन को ही होम प्लेटफार्म में स्टापेज दिया जा रहा है. सेंट्रल रेलवे के डीआरएम सोमेश कुमार ने बताया कि नागपुर स्टेशन सहित अजनी स्टेशन पर सभी सुविधाएं और विकास कार्य किए जाएंगे. यात्रियों को बेहतर से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी. चेम्बर ने उनका आभार माना और उनका कार्यकाल सबसे बेहतरीन हो ऐसी शुभकामनाएं दी साथ ही उनको चेम्बर आने का आमंत्रण भी दिया. दक्षिण-पूर्व रेलवे के वरिष्ठ डीसीएम आशुतोष श्रीवास्तव से भी इतवारी स्टेशन कलमना गुड्स शेड्स के संदर्भ में चर्चा हुई. उन्होंने व्यापारियों की किसी भी प्रकार की समस्याओं को सुलझाने का आश्वासन दिया.